Pitra Dosh Upay: किसी भी जातक का अस्तित्व, भाग्य, और जीवन उसके पूर्वज से ही जुड़ा होता है। ऐसा माना जाता है कि अगर आपके पूर्वज अच्छे कर्म किए होते हैं, तो हमें सुख-समृद्धि, शांति और सुरक्षा का आशीर्वाद मिलता है। लेकिन, क्या आपको पता है पूर्वजों के कुछ बुरे कर्मों की वजह से जातक को बुरे प्रभाव पड़ने लगता है। आज इस खबर में जानने वाले हैं, पितृ दोष के उपायों के बारे में, तो आइए जानते हैं।
पितृ दोष के निवारण
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जिस जातक की कुंडली में पितृ दोष होता है, उन्हें पितरों को पिंडदान, तर्पण, श्राद्ध और दान-पुण्य करना चाहिए।
पितृ दोष से बचने के लिए प्रत्येक अमावस्या को ब्राह्मणों को भोजन करना चाहिए।
इसके साथ ही अर्ध-कुंभ-स्नान करना चाहिए।
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कुंडली में पितृ दोष को खत्म करने के लिए गरीब को भोजन, वस्त्र, और कंबल का दान करना चाहिए।
ऐसी मान्यता है कि प्रतिदिन वट वृक्ष में जल अर्पित करने से पितृ दोष से मुक्ति मिल सकती है।
यदि किसी जातक के कुंडली में पितृ दोष होता है, तो उन्हें देवी कालिका स्तोत्र के मंत्रों का जाप करना चाहिए।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, यदि किसी जातक की कुंडली में पितृ दोष होता है, तो उनसे मुक्ति पाने के लिए गाय, गली के कुत्तों और जानवरों को भोजन और दूध पिलाएं। ऐसा करने से पितृदोष से मुक्ति मिल जाती है।
किसी गरीब या जरूरतमंद लोगों की मदद करने से पितृ दोष से मुक्ति मिल जाती है।
पितृ दोष से मुक्ति के लिए हरिद्वार, उज्जैन, नासिक, गंगासागर, आदि विभिन्न धार्मिक स्थानों पर जाकर स्नान करना चाहिए।
यदि आप पितृ दोष से परेशान हैं, तो इससे छुटकारा पाने लिए उगते सूर्य देव को गंगाजल के साथ काला तिल मिलाकर अर्घ्य दें। इसके साथ ही गायत्री मंत्र का जाप भी करें।
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डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी उपाय को करने से पहले संबंधित विषय के एक्सपर्ट से सलाह अवश्य लें।