Mars Transit 2025: ग्रहों के सेनापति मंगल इस समय कर्क राशि में विराजमान हैं। वे मंगलवार 21 जनवरी, 2025 की सुबह 9 बजकर 37 मिनट पर वे मिथुन राशि में प्रवेश करेंगे, जो बुध ग्रह की राशि है। मंगल का मिथुन राशि में गोचर करना ज्योतिषीय दृष्टि से से बहुत अच्छा नहीं माना गया है, क्योंकि मंगल ग्रह बुध को अपना मित्र नहीं मानते हैं। हालांकि मंगल ग्रह के ग्रहों के सेनापति होने के कारण बुध उनपर सम दृष्टि रखते हैं यानी न्यूट्रल रहते हैं।
मिथुन राशि में मंगल गोचर का ज्योतिषीय महत्व
ग्रहों के सेनापति मंगल ऊर्जा, उत्साह, क्रोध, साहस और पराक्रम के कारक यानी स्वामी और नियंत्रक ग्रह हैं। वहीं, मिथुन राशि बुध ग्रह द्वारा शासित होती है, जो संचार, बुद्धि, तर्क, व्यापार, साजेदारी, मनोनरंजन का प्रतिनिधित्व करते हैं। इन दोनों ग्रहों की प्रकृति में काफी अंतर होने के कारण, मंगल का मिथुन राशि में गोचर ज्योतिषीय दृष्टि से विशेष चुनौतियां लाता है। मंगल का मिथुन राशि में गोचर मानसिक तनाव, चिंता और अशांति पैदा कर सकता है। निर्णय लेने में कठिनाई और संचार संबंधी समस्याएं भी हो सकती हैं, जिसका सभी कार्यों पर नेगेटिव असर होता है।
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मिथुन राशि में मंगल गोचर का राशियों पर असर
ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, मिथुन राशि में मंगल का गोचर से राशियों पर सकारात्मक और नकारात्मक दोनों तरह के प्रभाव होंगे। मंगल का स्वभाव ऊर्जा, आक्रामकता और साहस से भरपूर होता है, जबकि मिथुन राशि बुध द्वारा शासित होती है, जो संवाद, विचारशीलता और चंचलता को बढ़ाती हैं। इस असामंजस्यपूर्ण ऊर्जा का प्रभाव 3 राशियों पर विशेष रूप से नकारात्मक पड़ने की आशंका है। आइए जानते हैं, ये 3 राशियां कौन-सी हैं?
कन्या राशि
कन्या राशि के स्वामी बुध स्वयं हैं, लेकिन मंगल का यह गोचर उनके जीवन में अस्थिरता और चुनौतियां ला सकता है। करियर में बाधाएं और सहकर्मियों के साथ मतभेद बढ़ सकते हैं। किसी प्रोजेक्ट में देरी या असफलता का सामना करना पड़ सकता है। रिश्तों में तनाव बढ़ सकता है। परिवार और पार्टनर के साथ गलतफहमियां बढ़ सकती हैं। छोटी-छोटी बातों पर विवाद होने की संभावना है। आर्थिक समस्याएं बढ़ेंगी। खर्चों में अचानक वृद्धि हो सकती है। छोटी यात्राओं में सावधानी रखें, चोट लगने का खतरा है। स्वास्थ्य पर ध्यान दें, खासकर मानसिक तनाव से बचें। पेट या पाचन तंत्र से जुड़ी समस्याएं, अनिद्रा और मानसिक तनाव हो सकता है।
धनु राशि
धनु राशि के लिए मंगल का गोचर सप्तम भाव में होता है, जो साझेदारी, रिश्ते और व्यवसाय को प्रभावित करता है। पार्टनरशिप में काम करने वाले जातकों को धोखे या नुकसान का सामना करना पड़ सकता है। भाई-बहनों से मतभेद होने की संभावना है। पारिवारिक विवाद या अनबन की स्थिति बन सकती है। वैवाहिक जीवन में मतभेद रहेगा, जीवनसाथी के साथ अनबन हो सकती है। संवाद में कटुता और असहमति का माहौल बन सकता है। धन के मामलों में अनियोजित खर्च बढ़ सकता है, जिससे बजट प्रभावित हो सकता है। इस समय की गई यात्राएं तनावपूर्ण या असफल हो सकती हैं। ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है, सिरदर्द और चोट लगने की संभावना है।
मीन राशि
मीन राशि के स्वामी बृहस्पति हैं, जो मंगल के साथ मिश्रित संबंध रखते हैं। मंगल का यह गोचर मानसिक शांति और पारिवारिक जीवन पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। वाणी में कठोरता और दूसरों से बहस करने की प्रवृत्ति बढ़ सकती है। परिवार में विवाद और गलतफहमियां बढ़ सकती हैं। माता से संबंध कमजोर हो सकते हैं। गुप्त शत्रु सक्रिय हो सकते हैं। मानसिक तनाव और भावनात्मक उतार-चढ़ाव महसूस हो सकता है। जमीन-जायदाद या घर से जुड़े मामलों में परेशानी हो सकती है। आर्थिक निर्णयों में जल्दबाजी से बचें। छाती या फेफड़ों से जुड़ी समस्याएं, विशेष रूप से सर्दी या खांसी का खतरा रहता है।
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डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष शास्त्र की मान्यताओं पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।