Ketu Gochar 2025: 20 जुलाई 2025 की दोपहर 2 बजकर 10 मिनट पर केतु सिंह राशि में रहते हुए पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र में प्रवेश करेंगे। वैदिक ज्योतिष में केतु को छाया और मायावी ग्रह माना जाता है, जो आध्यात्मिकता, वैराग्य, और कर्म के गहन परिवर्तनों के कारक हैं। पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र शुक्र द्वारा शासित है। यह नक्षत्र रचनात्मकता, प्रेम, और भौतिक सुखों से जुड़ा हुआ है। केतु का इस नक्षत्र में गोचर विभिन्न राशियों पर अलग-अलग प्रभाव डालेगा, लेकिन कुछ राशियों के लिए यह विशेष रूप से लाभकारी होगा।
बीते 18 मई 2025 को मायावी केतु कन्या से निकलकर सिंह में गए थे। अब वे 20 जुलाई 2025 को पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र में गोचर करेंगे। यह नक्षत्र सूर्य-शासित सिंह राशि में स्थित है और शुक्र की ऊर्जा से प्रभावित है। केतु का यह गोचर 29 मार्च 2026 तक प्रभावी रहेगा, जब वे मघा नक्षत्र में प्रवेश करेंगे।
केतु की वक्री गति और इस नक्षत्र की सौम्य प्रकृति मिलकर आध्यात्मिक और रचनात्मक ऊर्जा का एक अनूठा मिश्रण बनाएगी। केतु आध्यात्मिकता और वैराग्य को बढ़ावा देता है, जबकि पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र भौतिक सुख और रिलेशनशिप को बढ़ाता है। इस गोचर के दौरान, कुछ राशियों को आध्यात्मिक प्रगति, रचनात्मक सफलता और व्यक्तिगत विकास के अवसर प्राप्त होंगे। आइए जानते हैं कि वे कौन सी राशियां हैं, जिनके यह गोचर शुभ फल प्रदान करेगा।
मेष राशि
मेष राशि वालों के लिए केतु का यह गोचर 5वें भाव को प्रभावित करेगा। इस गोचर से मेष राशि वालों की रचनात्मक क्षमताएं निखरेंगी। इसके साथ ही आर्ट, राइटिंग या एक्टिंग से जुड़े लोग अपने हुनर के दम पर नाम कमाएंगे। लव रिलेशनशिप और गहरा होगा। अगर संतान की योजना बना रहे हैं तो सफलता मिलेगी। हालांकि चिकित्सकीय सलाह की आवश्यकता हो सकती है। आपके रिश्तों में स्थिरता आएगी। आप अपनी रचनात्मकता को आध्यात्मिक दृष्टिकोण के साथ जोड़ें और ध्यान व योग जैसी प्रथाओं को अपनाएं, जो उनकी मानसिक शांति और प्रगति को बढ़ाएंगे।
मिथुन राशि
मिथुन राशि वालों के तीसरे भाव को यह गोचर प्रभावित करेगा। यह भाव कम्युनिकेशन, भाई-बहन और छोटी यात्राओं का होता है। पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र की रचनात्मक ऊर्जा मिथुन राशि वालों को अपनी अभिव्यक्ति को बेहतर बनाने में सहायता करेगी। इस गोचर के दौरान लेखन, पत्रकारिता या डिजिटल कार्यों से जुड़े लोग विशेष सफलता प्राप्त कर सकते हैं। भाई-बहनों के साथ संबंधों में सुधार होगा और पुरानी गलतफहमियां दूर हो सकती हैं। आध्यात्मिक या रचनात्मक उद्देश्यों से की गईं छोटी यात्राएं, आपके लिए लाभकारी सिद्ध होंगी। मिथुन राशि के लोग अपनी बात को स्पष्ट और सकारात्मक तरीके से व्यक्त करें और कम्युनिकेशन में सावधानी बरतें ताकि गलतफहमियों से बचा जा सके।
तुला राशि
तुला राशि वालों के 11वें भाव में इस गोचर का प्रभाव होगा। इससे आपको सामाजिक दायरे में नए और प्रभावशाली लोगों से जुड़ने के अवसर मिलेंगे, जो भविष्य में लाभकारी सिद्ध होंगे। आय के नए स्रोत बनेंगे। रचनात्मक या सामाजिक कार्यों से आपको लाभ मिलेगा।आध्यात्मिक गतिविधियों में भाग लेने से मानसिक शांति और संतुष्टि प्राप्त होगी। आप सामाजिक कार्यों में सक्रिय रहें और अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए नेटवर्किंग का उपयोग करें।
मकर राशि
मकर राशि के लिए केतु का यह गोचर 8वें भाव पर असर डालेगा। यह भाव गूढ़ विद्याओं से संबंधित है। पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र की सौम्य ऊर्जा इस भाव में गहन आध्यात्मिक और मनोवैज्ञानिक परिवर्तन लाएगी। इससे आपकी ज्योतिष, ध्यान या मनोविज्ञान जैसे गूढ़ विषयों के प्रति रुचि बढ़ेगी, जिससे आपका आध्यात्मिक विकास होगा। इससे आपको विरासत या अन्य चीजों से अप्रत्याशित वित्तीय लाभ संभव हैं। यह गोचर मानसिक और भावनात्मक परिवर्तन के माध्यम से व्यक्तिगत विकास को बढ़ावा देगा। आप आध्यात्मिक साधना पर ध्यान दें और अनावश्यक जोखिमों से बचें ताकि इस गोचर का अधिकतम लाभ उठा सकें।
मीन राशि
मीन राशि वालों के 6वें भाव में इस गोचर का असर होगा। पूर्वाफाल्गुनी की सौम्य ऊर्जा इस भाव में सकारात्मक परिणाम देगी। अगर आप योग या ध्यान को अपनी दिनचर्या में शामिल करेंगे तो आपकी स्वास्थ्य और फिटनेस बेहतर होगी। शत्रुओं पर विजय और कानूनी मामलों में सफलता मिलने की संभावना है। इस दौरान सेवा भाव के कार्यों में रुचि बढ़ेगी, जिससे मानसिक शांति और संतुष्टि प्राप्त होगी। आप अपनी दिनचर्या को नियमित करें और दूसरों की मदद करने में सक्रिय रहें, इससे इस गोचर का सकारात्मक प्रभाव और बढ़ेगा।
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष शास्त्र पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।
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