Grah Gochar: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, ग्रहों का गोचर यानी उनकी एक राशि से दूसरी राशि में यात्रा करना एक स्वाभाविक और निरंतर प्रक्रिया है। इस दौरान ग्रह कभी मार्गी (सीधा चलना), वक्री (उल्टी चाल), अस्त और उदित होते रहते हैं। वहीं सभी 12 राशियों पर इन परिवर्तनों का असर व्यापक और काफी गहरा होता है। ज्योतिष गणना के अनुसार, जुलाई 2025 में एक ऐसा ऐसा दुर्लभ योग बनने जा रहा है जो पिछले 500 वर्षों में कभी नहीं बना और यह कई लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लेकर आएगा।
ज्योतिषाचार्य हर्षवर्धन शांडिल्य के अनुसार, साल 2025 में एक बहुत ही खास खगोलीय घटना होने जा रही है, जिसके बारे में 500 सालों के बाद हो रही है। इस दौरान, जहां एक ओर शनि देव वक्री होंगे, वहीं दूसरी ओर गुरू बृहस्पति का उदय होगा। यह अद्भुत संयोग जुलाई 2025 में बन रहा है। 2025 के जुलाई महीने में शनिदेव 13 जुलाई को मीन राशि में वक्री होंगे, जबकि बृहस्पति 14 मई को उदित होंगे। इस ज्योतिषीय घटना का असर कई राशियों पर बेहद सकारात्मक और शुभ रहेगा और जीवन में बड़े बदलाव और खुशियां आएंगी।
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मेष राशि
शनि वक्री और गुरू के उदय का असर मेष राशि पर बहुत ही शुभ रहेगा। शनि का वक्री होना आपके कार्यों में मेहनत को और अधिक बढ़ाएगा, जिससे आप अपने लक्ष्य को पाने में सफल होंगे। वहीं, बृहस्पति का उदय आपके करियर में नए अवसरों का संकेत दे रहा है। विशेषकर जो लोग शिक्षा, न्याय, या सरकारी कार्यों से जुड़े हैं, उन्हें बड़ी सफलता मिल सकती है। मेहनत करते रहने और नए अवसरों का लाभ उठाने से मत चूकें।
वृषभ राशि
वृषभ राशि वालों के लिए यह समय आर्थिक दृष्टि से बेहद अच्छा रहेगा। शनि वक्री होने से जहां आपकी पुरानी समस्याओं का समाधान होगा, वहीं गुरू का उदय आपके वित्तीय स्थिति को मजबूत करेगा। बृहस्पति की मदद से आपको निवेश, व्यापार या संपत्ति से संबंधित अच्छे अवसर मिल सकते हैं। किसी भी नए वित्तीय निर्णय को लेने से पहले पूरी जानकारी प्राप्त करें और योजना बनाकर आगे बढ़ें।
मिथुन राशि
मिथुन राशि के जातकों के लिए यह समय व्यक्तिगत और पेशेवर जीवन में बड़े बदलाव लाएगा। शनि वक्री आपकी मेहनत के फल को स्पष्ट रूप से दिखाएगा और गुरू का उदय आपके जीवन में नई दिशा देगा। खासकर करियर और शिक्षा में आपको बड़ी सफलता मिलने के आसार हैं। अगर आप किसी परियोजना पर काम कर रहे हैं, तो इस समय आपको सकारात्मक परिणाम मिल सकते हैं।
कन्या राशि
कन्या राशि के जातकों के लिए शनि वक्री और गुरू का उदय बहुत ही फायदेमंद साबित होगा। शनि वक्री होने से आपको पहले की मेहनत का फल मिलेगा, जबकि बृहस्पति का उदय आपके जीवन में खुशियों और समृद्धि का संचार करेगा। खासकर पारिवारिक जीवन में सुख-शांति आएगी और जीवन साथी से अच्छा सहयोग मिलेगा। अपने लक्ष्यों पर ध्यान केंद्रित करें और जोखिम उठाने से न डरें, सफलता आपके कदम चूमेगी।
धनु राशि
धनु राशि के जातकों के लिए यह समय सबसे अधिक फायदेमंद साबित हो सकता है। शनि का वक्री होना आपके कार्यों में सफलता के नए द्वार खोलेगा और बृहस्पति का उदय आपके करियर और व्यक्तिगत जीवन में शानदार अवसर लेकर आएगा। बृहस्पति के प्रभाव से आप नए अनुभवों से गुजरेंगे और जीवन में नई ऊंचाइयों तक पहुंचेंगे। यह समय यात्रा, शिक्षा और किसी नए व्यवसाय को शुरू करने के लिए भी उपयुक्त रहेगा।
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डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष शास्त्र की मान्यताओं पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।