Happy Birthday Amitabh Bachchan: अद्भुत अविस्मरणीय अकल्पनीय और अनुकरणीय। कुछ ऐसे ही शब्द प्रयोग किए जाते हैं एक ऐसे महानायक के लिए जिनकी कुंडली विश्लेषण के लिए आज मुझे सौभाग्य प्राप्त हुआ है। जी हां दोस्तों मैं बात कर रहा हूं इस सदी के महानायक श्री अमिताभ बच्चन जी की। पूरी दुनिया उनके जीवन के उतार-चढ़ाव के बारे में जानती है और कैसे उन्होंने अपने को फिर से स्थापित किया अपने साहस और संघर्ष का लोहा मनवाया। एडम में साहस अद्भुत प्रतिभा के धनी व स्वभाव से एक विचारक, एक कवि और एक अच्छे चिंतन के स्वामी। लेकिन आज उनके जन्मदिन पर उनकी कुंडली के कुछ अंश हुए पहलुओं से मैं आपको अवगत कराने का प्रयास कर रहा हूं।
अमिताभ बच्चन जी का जन्म 11 अक्टूबर 1942 को इलाहाबाद यानी प्रयागराज में दोपहर को 3:30 बजे हुआ। जन्म के समय स्वाति नक्षत्र विराजमान थे इनकी कुंडली में, इनकी कुंडली कुंभ लग्न की है और उसे समय स्वाति नक्षत्र भी कुंभ राशि में ही विराजमान थे। इनकी जन्म राशि तुला है, लग्न कुंडली को आप सभी देख सकते हैं। आईये बात करते हैं कि किस तरह से इनके ग्रहों ने इनकी कुंडली को प्रभावित किया।
1. अमिताभ बच्चन की कुंडली के जो स्वामी है वह शनि देव है। शनि देव कारक भाव में होकर चौथे घर में बैठते हैं, अर्थात इन्होंने जीवन में जो कुछ भी धन-धान्य गाड़ी बंगला अर्जित किया है उस पर शनि की मेहरबानी सबसे ज्यादा रही है। शनि की दशा जून 1971 से लेकर के जून 1990 तक रही। आप देख सकते हैं कि 19 सालों में उन्होंने किस तरह बॉलीवुड में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाय। शनि के ही कारण यह देश-विदेश में बहुत प्रसिद्ध रहेंगे वह देश-विदेश की यात्राएं करते रहेंगे। अधिकतर समय न्याय की बातें करेंगे वह न्याय संगत आचरण भी अपने जीवन में अपनाएंगे।
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2. केतु के कारण यह स्वभाव वह एक अच्छी पर्सनालिटी के स्वामी रहे हैं।
3. इनकी कुंडली में मंगल शुक्र सूर्य व बुध आठवें घर में बैठते हैं। शुक्र नीच के होकर बुद्ध उच्च के साथ है तो नीच भंग राज योग बनता है। जो उनको विपरीत परिस्थितियों में भी सफलता दिलाता है.. इनको साहसी बनता है वह जुझारू बनाता है।
4. आठवें घर का मंगल इनकी कुंडली में मांगलिक दोष बनता है जिसकी वजह से कई बार बहुत विपरीत परिस्थितियों का भी सामना करना पड़ा।
5. पांचवें और सातवें घर के स्वामी की युति आठवें घर में हैं, जो कि असफल प्रेम संबंधों को दर्शाता है। जिसके कारण इनकी दाम्पत्य जीवन में भी नोक झोक का माहौल रहा है।
6. नवम भाव में चंद्रमा के कारण इन्हें बोलचाल का लहजा व कवि भाव प्रतिभा पिता से विरासत में प्राप्त हुई है।
7. बृहस्पति इनके छठे घर में बैठते हैं अतः जब भी बृहस्पति की दशा अंतर्दशा होगी तो उनको बीमारियों का सामना करना पड़ेगा।
इस समय इनकी कुंडली में शुक्र में राहु की अंतर्दशा है। 14 अगस्त 2021 से लेकर 13 अगस्त 2024 तक यह दशा रहेगी। इस दशा में इन्हे स्वास्थ्य का ध्यान रखना होगा। वैसे इस समय इनको ख्याति प्राप्त होगी व बहुत अच्छा कोई बड़ा अवार्ड भी मिलेगा। जिसके कारण इनका नाम देश-विदेश में फैलेगा। अगस्त 2024 के बाद उनके स्वास्थ्य में बहुत ज्यादा गिरावट आएगी और अगले 2 साल उनके जीवन के लिए काफी कठिन रहेंगे। इनकी कुंडली के सबसे अच्छे दो ग्रह शनि और बुद्धदेव है। प्रभु जी से मेरी प्रार्थना है कि श्री अमिताभ बच्चन जी को लंबी आयु दें, व इनको स्वास्थ्य लाभ दें और किसी भी प्रकार के संकट से इनको दूर रखें।
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