Guru ki Ulti Chaal: वैदिक ज्योतिष में बृहस्पति ग्रह को देवगुरु कहा गया है। वे ज्ञान, बुद्धि, धन, धर्म और वैवाहिक जीवन, संतान सुख, न्याय आदि के कारक और नियंत्रक माने गए हैं। जब बृहस्पति किसी जातक (व्यक्ति) की कुंडली में शुभ स्थिति में होते हैं, तो उस व्यक्ति को जीवन में धन, समृद्धि, ज्ञान, अध्यात्म, पत्नी-सुख आदि किसी चीज की कमी नहीं होती है लेकिन जब गुरु अशुभ या पीड़ित अवस्था में होते हैं, तो धन की हानि हो सकती है। वह गरीबी और आर्थिक तंगी का सामना कर सकता है। वैवाहिक जीवन में समस्याएं आती हैं।
देवगुरु बृहस्पति ग्रह 9 अक्तूबर, 2024 की दोपहर से वक्री हो गए हैं वैदिक ज्योतिष में बृहस्पति ग्रह का वक्री होना अच्छा नहीं माना गया है गुरु के वक्री होने से उनके फल देने की क्षमता में कमी आ जाती है कुछ राशियों के लिए यह समय शुभ होता है, तो कुछ राशियों के लिए यह समय अशुभ होता है। वक्री गुरु 4 फरवरी, 2025 तक 3 राशियों के जातकों के जीवन की मुश्किलें बढाएंगे आइए जानते हैं, ये 3 राशियां कौन-सी हैं?
वक्री गुरु का राशियों पर नकारात्मक असर
मिथुन राशि
मिथुन राशि के जातक वक्री गुरु के नकारात्मक प्रभाव से चिड़चिड़े रह सकते हैं। छोटी-छोटी बातों पर गुस्सा आने की संभावना है। धैर्य कम होगा। अनावश्यक खर्चों पर नियंत्रण न रहने से आर्थिक समस्याएं बढ़ सकती हैं। काम में बाधाएं आएंगी और प्रमोशन में देरी हो सकती है। अभी नई परियोजनाएं शुरू न करें खुदरा बिजनेस में मंदी आ सकती है। पारिवारिक जीवन पर नेगेटिव असर पड़ेगा परिवार के सदस्यों से झगड़ा हो सकता है। मैरिड जीवनसाथी के साथ संबंधों में खटास आ सकती है। लव लाइफ पार्टनर के साथ मनमुटाव हो सकता है। वक्री गुरु आपके हेल्थ पर नेगेटिव असर डालेंगे सिरदर्द, बुखार जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
तुला राशि
तुला राशि के जातक वक्री गुरु के नकारात्मक असर अधिक चिंतित और संशयग्रस्त रह सकते हैं। मन अशांत रहेगा। आर्थिक स्थिति कमजोर हो सकती है। अचानक खर्च बढ़ सकते हैं। नौकरी में अस्थिरता रह सकती है। कलीग के साथ संबंध खराब हो सकते हैं। व्यापार में नुकसान होने की संभावना है। साझेदारी में विवाद हो सकते हैं। कारोबारी यात्राओं से अपेक्षित लाभ नहीं मिलेगा। यात्रा के दौरान परेशानियां हो सकती हैं। परिवार के सदस्यों के साथ मतभेद हो सकते हैं। लाइफ पार्टनर के साथ मनमुटाव हो सकता है। घर का माहौल तनावपूर्ण रहेगा। पाचन संबंधी समस्याएं होने से स्वास्थ्य खराब रह सकता है।
मकर राशि
मीन राशि के जातक वक्री गुरु के असर अधिक भावुक और संवेदनशील रह सकते हैं। छोटी-छोटी बातों पर दुखी हो सकते हैं। नौकरी, व्यापार, उद्योग-धंधों में रुकावटें आ सकती हैं। नई परियोजनाएं शुरू करने से पहले सोच-समझकर निर्णय लें। खुदरा बिजनेस पर भी नेगेटिव असर हो सकता है ग्राहक कम होंगे और व्यापार में मंदी आ सकती है। स्टूडेंट के करियर पर नेगेटिव असर पड़ेगा पढ़ाई में मन नहीं लगेगा परिवार के सदस्यों के साथ मतभेद हो सकते हैं। घर का माहौल तनावपूर्ण रहेगा। वैवाहिक जीवन में तनाव और कलह हो सकती है। जीवनसाथी के साथ संबंधों में खटास आ सकती है। प्रेम संबंधों में दरार आ सकती है। पार्टनर के साथ मनमुटाव हो सकता है। स्वास्थ्य खराब रह सकता है। त्वचा संबंधी समस्याएं हो सकती हैं।
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