गुरु बृहस्पति और सूर्य की युति से ‘गुरु आदित्य योग’ बनता है। जब सूर्य और बृहस्पति एक ही राशि में यानी एक ही घर में स्थित होते हैं, तब यह योग बनता है। इसे बेहद फलदायी, गुणात्मक और शुभ योग माना गया है। इस युति को ‘गुरु-नृप मंत्रणा’ यानी गुरु और राजा की मीटिंग भी कहा गया है, जिसका प्रभाव पूरे साल दृष्टिगोचर होता है? वैदिक ज्योतिष के आकलन अनुसार, मिथुन राशि में सूर्य और गुरु की यह युति 12 साल बाद बनने जा रही है, जिसका ज्योतिष महत्व बहुत अधिक है।
गुरु आदित्य योग का राशियों पर असर
ज्योतिष गणना के अनुसार, 14 मई 2025 को गुरु बृहस्पति वृषभ से निकलकर मिथुन राशि में प्रवेश करेंगे। वहीं इसके एक महीने बाद, 15 जून 2025 को सूर्य ग्रह भी मिथुन राशि में गोचर करेंगे, तब इस राशि में दोनों ग्रहों की युति से गुरु आदित्य योग का निर्माण होगा। गुरु-सूर्य की इस युति से यूं तो सभी राशियों पर असर होगा, लेकिन इससे 5 राशियों की किस्मत चमक सकती है।
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मेष राशि
गुरु आदित्य योग मेष राशि वालों के लिए करियर और व्यापार में नई ऊँचाइयों का संकेत दर्शा रहा है। इस दौरान कार्यस्थल पर अप्रत्याशित प्रगति हो सकती है और प्रमोशन या किसी नई नौकरी के प्रस्ताव मिल सकते हैं। विशेष रूप से वे लोग जो विदेश व्यापार, आयात-निर्यात या तकनीकी क्षेत्रों में कार्यरत हैं, उन्हें बड़ा मुनाफा हो सकता है।
इस आपके समय आत्मविश्वास में वृद्धि होगी और आपकी निर्णय क्षमता और नेतृत्व कौशल भी निखरकर सामने आएंगे। गुरु और सूर्य की कृपा से वरिष्ठों एवं बुजुर्गों से विशेष सहयोग प्राप्त होगा। इस सकारात्मक समय का अधिकतम लाभ उठाने की सलाह दी जाती है।
सिंह राशि
सिंह राशि के जातकों के लिए यह योग नेतृत्व और प्रसिद्धि का योग लेकर आ सकता है। आपकी नेतृत्व क्षमता में वृद्धि होगी और आपको महत्वपूर्ण कार्यों की जिम्मेदारी दी जा सकती है, जिससे सामाजिक और व्यावसायिक प्रतिष्ठा में भी वृद्धि होगी। यदि आप व्यवसाय में हैं, तो यह समय व्यापार विस्तार और निवेश के लिए अत्यंत लाभकारी रहेगा।
स्टूडेंट जातकों को और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे युवाओं के लिए भी यह समय अनुकूल रहेगा। पारिवारिक मोर्चे पर आप एक मार्गदर्शक की भूमिका निभाएंगे, और आपके निर्णयों को परिवार का समर्थन प्राप्त होगा। सूझ-बूझ से कार्य लें, सफलता निश्चित है।
वृश्चिक राशि
गुरु आदित्य योग वृश्चिक राशि के जातकों के लिए स्थिरता और मानसिक शांति लेकर आने के योग बना रहा है। खासतौर पर संपत्ति से जुड़े मामलों में आपको सफलता मिलेगी। जमीन-जायदाद में किया गया निवेश लाभदायक रहेगा और रुके हुए संपत्ति विवाद भी सुलझ सकते हैं। लंबे समय से चली आ रही परेशानियों का समाधान मिलेगा जिससे मानसिक संतुलन और आत्मबल में वृद्धि होगी।
आपके स्वास्थ्य में सुधार देखने को मिलेगा और आप आध्यात्मिक गतिविधियों की ओर आकर्षित होंगे, जिससे आपको आंतरिक शक्ति और आत्मिक संतुलन प्राप्त होगा। यह समय आत्मविकास और शांति का है, इसका लाभ उठाएं।
मकर राशि
मकर राशि वालों के लिए यह योग करियर में स्थायित्व और आर्थिक उन्नति का समय आने का योग दर्शा रहा है। जिन कार्यों में लंबे समय से देरी हो रही थी, वे अब पूर्ण होंगे। विदेश यात्रा या विदेश में नौकरी के अवसर प्राप्त हो सकते हैं। व्यवसायियों के लिए यह समय अत्यंत शुभ है, विशेषकर यदि वे किसी बड़े कॉन्ट्रैक्ट या साझेदारी की योजना बना रहे हों।
गुरु और सूर्य का प्रभाव आपके प्रयासों को कई गुना बढ़ाकर फल प्रदान करेगा। इसलिए यह जरूरी है कि आप निरंतर परिश्रम करते रहें, क्योंकि यही समय आपकी मेहनत का उचित प्रतिफल देगा।
मीन राशि
मीन राशि के जातकों के लिए यह योग अत्यंत फलदायक सिद्ध होगा, क्योंकि गुरु स्वयं इस राशि के स्वामी हैं। इस अवधि में भाग्य प्रबल रहेगा और आप किसी नई शुरुआत की ओर अग्रसर हो सकते हैं। यह समय नौकरीपेशा लोगों के लिए अत्यंत अनुकूल है और आपको ऊँचे पद पर पदोन्नति मिल सकती है। साथ ही, सामाजिक और पारिवारिक जीवन में सुख-शांति बनी रहेगी।
यह समय धार्मिक कार्यों में भागीदारी के लिए भी उत्तम है, जिससे मानसिक संतोष और आत्मिक उन्नति प्राप्त होगी। यह जीवन में संतुलन और समृद्धि का समय है, जिसे पूरी श्रद्धा और निष्ठा से अपनाएं।
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