Greeting Tips Parents Guru and God: अभिवादन को अच्छा संस्कार माना गया है। कहा गया है कि जो लोग अपने माता-पिता, गुरु या बड़ों का अभिवादन (नमस्कार) करते हैं, उनकी आयु, बल, यश और विद्या बढ़ती है। संस्कृत का श्लोक है है-“अभिवादन शीलस्य नित्यं वृद्धोपसेविनः,चत्वारि तस्य वर्धन्ते आयुर्विद्या यशो बलम्।” हालांकि शास्त्रों में माता-पिता, गुरु और भगवान का अभिवादन करने के लिए विशेष विधि बताई गई है। आइए जानते हैं इसके बारे में।
कैसे करें माता-पिता, गुरु और भगवान का अभिवादन
माता-पिता, गुरु और भगवान का अभिवादन करने के लिए सबसे पहले हाथ-पैर और मुंह धोकर कुल्ला करना चाहिए। इसके बाद कपड़े बदलकर आचमन करना चाहिए। इसके लिए मन की शुद्धि के लिए के लिए नीचे दिए मंत्र बोलें।
पवित्रीकरण मंत्र
ॐ अपवित्रः पवित्रो वा सर्वावस्थां गतोऽपि वा।
यः स्मरेत् पुण्डरीकाक्षं स बाह्याभ्यन्तरः शुचिः।।
अतिनीलघनश्यामं नलिनायतलोचनम् ।
स्मरामि पुण्डरीकाक्षं तेन स्नातो भवाम्यहम् ॥
पवित्रीकरण करने के बाद ही इसके बाद माता-पिता और गुरु का अभिवादन करें, फिर परम पिता परमात्मा का ध्यान करें। शास्त्रीय मान्यता है कि जो लोग इस विधि से रोजाना अपने माता-पिता, गुरु और ईष्ट देव का अभिवादन करते हैं उन्हें विशेष कृपा और आशीर्वाद प्राप्त होता है।
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डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी उपाय को करने से पहले संबंधित विषय के एक्सपर्ट से सलाह अवश्य लें।