Deepak Lighting Rules: सनातन धर्म की परंपरा में शाम की पूजा का विशेष महत्व है। शाम को विशेष तौर पर दिपक जलाए जाते हैं। दरअसल जब सूर्य अस्त होता है तो उस वक्त ईष्ट देव और तुलसी से समक्ष दीपक जलाया जाता है। मान्यता है कि जिस घर में शाम के समय तुलसी के नजदीक दीपक जलाए जाते हैं, वहां मां लक्ष्मी का वास होता है। जिससे परिणामस्वरूप घर में सुख-समृद्धि और खुशहाली बनी रहती है। आइए जानते हैं कि शाम के समय दीपक जलाते वक्त किन गलतियों को नहीं करना चाहिए।
मुख्य द्वार पर कैसे जलाएं दीपक
शाम से समय घर के मुख्य द्वार पर दीपक जलाने की परंपरा सदियों से चली आ रही है। इस अद्भुत परंपरा को आज भी जीवंत रखा गया है। ऐसे में अगर घर के मुख्य द्वार पर रोज दीपक जलाते हैं तो इस बात का घ्यान रखें की उसकी दिशा सही रहे। साथ ही इस बात का ध्यान रखें कि दीपक मु्ख्य द्वार के दाहिने तरफ ही जले। दूसरी दिशाओं में जलाने से आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ सकता है।
तेल या घी? किसका दीपक जलाना है शुभ
मुख्य द्वार पर रखे जाने वाले दीपक में घी या तेल में से किसी एक चीज का इस्तेमाल कर सकते हैं। हालांकि ध्यान रखना है कि घी के दीपक में रुई की बाती का प्रयोग करना चाहिए। जबकि तेल के दीपक में लाल रंगे धागे से बनी बाती का इस्तेमाल करना शुभ माना जाता है। इसके अलावा दीपक जलाते वक्त ध्यान रहे कि मुख्य द्वार पर कभी भी खंडित दीपक का प्रयोग नहीं किया जाता। ज्योतिषीय मान्यता है कि मुख्य द्वार पर दीपक जलाने से घर में दरिद्रता का प्रवेश नहीं होता। इतना ही नहीं ऐसा करने से घर में सुख, समृद्धि और खुशहाली भी बनी रहती है।
यह भी पढ़ें: 19 वर्षों तक पीछा करती है शनि की महादशा, खास उपाय करने से कभी नहीं आएगी दरिद्रता
https://youtu.be/D_B5ufMuwJk
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी उपाय को करने से पहले संबंधित विषय के एक्सपर्ट से सलाह अवश्य लें।