Chaandee Ki Murti: वास्तुशास्त्र के अनुसार चांदी की मूर्ति की पूजा करना बेहद शुभ माना जाता है। चांदी की मूर्ति घर में स्थापित और इनकी प्रतिदिन पूजा करने से हर मनोकामनां पूरी होती है और घर में सुख- समृद्धि आती है। सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। मूर्ति को सही दिशा और तरीके से स्थापित करने से आपकों सुखद परिणाम मिलेंगे। आइये आपकों बताते है, चांदी की मूर्ति स्थापित करने का सही तरीका, नियम और इनका जीवन पर क्या प्रभाव पड़ता है।
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बनते है धन के योग
हिंदू धर्म में पूजा- पाठ का विशेष महत्व होता है। वैसे तो हर तरह की मूर्ति की पूजा कर सकते है, चांदी की धातु का संबंध सीधे चंद्रमा से होता है। चांदी की धातु की अगूंठी पहनने से स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं नही होती है। वैसे ही चांदी की मूर्ति की पूजा करने से मानसिक शांति मिलती है, घर में सुख- समृद्धि आती है। धन के योग बनते है और परिवारजनों का स्वास्थ्य सही रहता है।
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सकारात्मक ऊर्जा आती हैं
घर के मंदिर में चांदी की मूर्ति स्थापितकर उसको पूजने से घर में सुख- शांति आती है। प्रतिदिन पूजा करने से घर में सकारात्मक ऊर्जा प्रवेश करती है।
विशेष दिशा में करें स्थापित
घर का मंदिर हमेशा उत्तर- पूर्व दिशा में लगाकर उसमें पूरे विधि- विधान से मूर्ति स्थापित करें। हिंदू धर्म में दिशा का विशेष महत्व होता है। सोने, खाने पूजा करने की सभी दिशा निर्धारित होती है। ऐसे में गलत दिशा में मूर्ति लगाने से आपकों दुष्परिणाम देखने को मिल सकता है।
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मूर्ति स्थापित करने का तरीका
चांदी की मूर्ति या मंदिर को कभी भी सीधा जमीन पर नहीं रखना चाहिए। चांदी की मूर्ति को हमेशा चौकी पर लाल कपड़ा बिछाकर स्थापित करें। गंगाजल से अभिषेक करें फिर पूरे विधि- विधान से उनकी प्रतिदिन प्रातःकाल में पूजा करें। शाम और सुबह घी की दीपक जलाएं।
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी उपाय को करने से पहले संबंधित विषय के एक्सपर्ट से सलाह अवश्य लें।