Bhojan Karne Ke Niyam: सनातन धर्म में कई सारे ऐसे नियमों का वर्णन किया गया है, जिसका विशेष महत्व होता है। मान्यता है कि जो जातक इन नियमों का पालन नहीं करता है, उसके जीवन पर नकारात्मक प्रभाव देखने को मिलता है। जैसे- जो व्यक्ति गुरुवार के दिन बाल काटता है, बाल धोता है या फिर मंगलवार और शनिवार के दिन नाखून काटता है या फिर शाम के समय सोता है, तो ऐसे व्यक्ति के जीवन में नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। ऐसे ही ज्योतिष शास्त्र में खाने को लेकर कुछ नियम बताए हैं। मान्यता है कि खाते समय इन खास नियमों का जरूर ध्यान रखना चाहिए। तो आइए उन नियमों के बारे में जानते हैं।
भोजन करते समय करें मंत्र का उच्चारण
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, यदि कोई व्यक्ति खाना खाता है, तो उसे भोजन ग्रहण करने से पहले भोजन मंत्र का जाप जरूर करना चाहिए। मान्यता है कि भोजन करने से पहले इस मंत्र का जाप करने से भोजन हमारे शरीर में लगता है। साथ ही शारीरिक और मानसिक संतुलन ठीक रहता है। आइए भोजन करने का मंत्र जानते हैं।
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ॐ सह नाववतु, सह नौ भुनक्तु, सह वीर्यं करवावहै ।
तेजस्वि नावधीतमस्तु मा विद्विषावहै ॥
ॐ शान्तिः शान्तिः शान्तिः ॥
अन्नपूर्णे सदापूर्णे शंकर प्राण वल्लभे।
ज्ञान वैराग्य सिद्धयर्थ भिखां देहि च पार्वति।।
ब्रह्मार्पणं ब्रह्महविर्ब्रह्माग्नौ ब्रह्मणा हुतम् ।
ब्रह्मैव तेन गन्तव्यं ब्रह्मकर्म समाधिना ।।
जमीन पर बैठकर करें भोजन
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, किसी भी जातक को जमीन पर बैठकर भोजन करना चाहिए। मान्यता है कि जमीन पर बैठकर भोजन करने से पृथ्वी की सकारात्मक तरंगें पैरों के माध्यम से शरीर में प्रवेश करती हैं। साथ ही मनुष्य सकारात्मक रहता है और शरीर में अनुकूल प्रभाव देखने को मिलता है।
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डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी उपाय को करने से पहले संबंधित विषय के एक्सपर्ट से सलाह अवश्य लें।