Astro Tips: डायबिटीज और ब्लड प्रेशर आजकल आम स्वास्थ्य समस्याएं बन चुकी हैं। ये बीमारियां न केवल शारीरिक, बल्कि मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य को भी प्रभावित करती हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कुछ ग्रहों की अशुभ स्थिति और प्रभाव इन बीमारियों का कारण बनते हैं।
दरअसल हम जो खराब कर्म करते हैं, वही हमारे जीवन में ग्रहों के अशुभ प्रभाव के रूप में हमें देखने को मिलते हैं। किसी शुभ ग्रह का अशुभ भाव में होना या अशुभ फल देना आपके लिए समस्या पैदा कर सकता है। कुछ ऐसे ग्रह भी होते हैं, जिनका अशुभ प्रभाव डायबिटीज और हाइपरटेंशन जैसी समस्याओं को जन्म देता है। आइए जानते हैं कि वे कौन से ग्रह हैं और इन समस्याओं से मुक्ति पाने के लिए हम कौन से उपायों को कर सकते हैं?
डायबिटीज के क्या है ज्योतिषीय कारण
कुंडली में शुक्र ग्रह शरीर में हार्मोन और अग्नाशय (Pancreas) को नियंत्रित करता है, जो इंसुलिन उत्पादन के लिए जिम्मेदार होता है। यदि शुक्र कमजोर, पीड़ित या अशुभ स्थान (6वां, 8वां या 12वां भाव) में हो, तो डायबिटीज की संभावना बढ़ती है। इसके साथ ही गुरु लिवर और बॉडी फैट के संतुलन को प्रभावित करता है। गुरु के कमजोर होने से मोटापे और डायबिटीज की समस्या हो जाती है।
राहु अनियंत्रित जीवनशैली और तनाव को दर्शाता है, जो डायबिटीज को ट्रिगर कर सकता है। इसके साथ ही कुंडली का छठा भाव रोगों का घर माना जाता है। यदि इसमें शुक्र, गुरु या राहु अशुभ स्थिति में हों, तो डायबिटीज होने की संभावना बढ़ जाती है।
क्या हैं ब्लड प्रेशर के ज्योतिषीय कारण?
मंगल ग्रह ब्लड फ्लो और एनर्जी को नियंत्रित करता है। यदि मंगल कमजोर या अशुभ स्थिति में हो, तो हाई ब्लड प्रेशर या लो ब्लड प्रेशर की समस्या हो सकती है। वहीं, शनि तनाव, चिंता और पुरानी बीमारियों का कारक है। इसका अशुभ प्रभाव ब्लड प्रेशर को असंतुलित कर सकता है।
सूर्य भी हृदय और जीवन शक्ति का प्रतीक है। यदि सूर्य कमजोर हो या मंगल और शनि से पीड़ित हो, तो हृदय और रक्तचाप से संबंधित समस्याएं हो सकती हैं।चंद्रमा मन और तरल पदार्थों (रक्त सहित) को नियंत्रित करता है। इसका कमजोर होना मानसिक तनाव और ब्लड प्रेशर की समस्या को जन्म दे सकता है।
क्या करें उपाय?
ज्योतिष शास्त्र में कुछ सरल उपायों के माध्यम से ग्रहों के अशुभ प्रभाव को कम किया जा सकता है। ये उपाय न केवल स्वास्थ्य को बेहतर बनाते हैं, बल्कि मानसिक शांति भी प्रदान करते हैं। अगर आप दवाओं के साथ इन उपायों को भी अपनाएंगे तो आपको दोगुना लाभ होगा।
डायबिटीज के लिए करें ये उपाय
- डायबिटीज की बीमारी को हराने के लिए शुक्र ग्रह को मजबूत करें। इसके लिए शुक्रवार के दिन सफेद वस्त्र पहनें और सफेद फूलों की माला मां लक्ष्मी को अर्पित करें। रोजाना 108 बार ‘ॐ शुं शुक्राय नमः’ मंत्र का जाप करें।
- इसके लिए आप गुरु ग्रह के भी उपायों को कर सकते हैं। गुरुवार को पीले वस्त्र पहनें और केले के पेड़ की पूजा करें।’ॐ बृं बृहस्पतये नमः’ मंत्र का 108 बार जाप करें।
- शनिवार के दिन राहु का बीज मंत्र ‘ॐ रां राहवे नमः’ 108 बार जपें। काले तिल और सरसों का तेल शनि मंदिर में दान करें।
- रोज सुबह खाली पेट गाय को हरा चारा खिलाएं। मधुमेह रोगियों को मीठे का त्याग करना चाहिए और नियमित ध्यान करना चाहिए।
ब्लड प्रेशर के लिए करें ये उपाय
- ब्लड प्रेशर को कंट्रोल रखने के लिए मंगलवार के दिन हनुमान चालीसा का पाठ करें और हनुमान मंदिर में लाल फूल चढ़ाएं। ‘ॐ अं अंगारकाय नमः’ मंत्र का 108 बार जाप करें।
- शनिवार को शनि मंदिर में काले तिल और तेल का दान करें। ‘ॐ शं शनैश्चराय नमः’ मंत्र का 108 बार जाप करें। काले कपड़े में काले उड़द और कोयला बांधकर बहते पानी में प्रवाहित करें।
- रोज सुबह सूर्य को जल अर्पित करें और ‘ॐ घृणि सूर्याय नमः’ मंत्र का 11 बार जाप करें।
- सोमवार के दिन शिवलिंग पर दूध चढ़ाएं और “ॐ सों सोमाय नमः” मंत्र का जाप करें।
- रोज सुबह 10 मिनट ध्यान और प्राणायाम करें। नमक और चीनी का सेवन सीमित करें और तनाव से बचने के लिए योग अपनाएं।
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष शास्त्र की मान्यताओं पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।
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