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आशुतोष राणा के कुंडली में बना है गजकेसरी योग, आने वाले समय में चलेगा इंडस्ट्री में सिक्का

Ashutosh Rana Birthday: आशुतोष राणा जी का जन्म 10 नवंबर 1967 को दोपहर 2:00 बजे गाडरवारा शहर में हुआ था, जो कि मध्य प्रदेश में स्थित है। इनकी कुंडली कुंभ लग्न की है और उनकी राशि भी कुंभ है। तो आइए आज इस खबर में इनके जन्मदिन पर कुंडली के बारे में जानते हैं।

Edited By : Raghvendra Tiwari | Updated: Nov 10, 2023 15:16
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Ashutosh Rana
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Ashutosh Rana Birthday: दोस्तों ज्योतिष में एक सबसे बड़ी खास बात है कि किसी भी व्यक्ति की कुंडली तीन चीजों से मिलकर बनती है। पहला भाग्य दूसरा उसके कार्य और तीसरा उस व्यक्ति का संस्कार। जी हां, दोस्तों आज हम बात कर रहे हैं जाने-माने फिल्मस्टार आशुतोष राणा की। इनका जन्म 10 नवंबर 1967 को दोपहर 2:00 बजे गाडरवारा शहर में जो कि मध्य प्रदेश में स्थित है वहां हुआ था। इनकी कुंडली कुंभ लग्न की है और उनकी राशि भी कुंभ है।

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बात करते हैं उनकी कुंडली से जुड़े हुए कुछ ज्योतिष के रहस्य की

1. इनकी कुंडली में चंद्रमा लग्न में बैठा है, जिसका मतलब यह है कि रंग-रूप, कद-काठी से यह अच्छे और शालीन व्यवहार के होंगे। बहुत ही भावुक रहेंगे और गुस्सा भी बहुत जल्दी आएगा।

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2. इनकी कुंडली के स्वामी शनि देव है और शनि देव धन कुटुंब वाणी के घर में यानि द्वितीय भाव में बैठते हैं। भाषा पर उनकी बहुत अच्छी पकड़ होगी कुटुंब रिश्तेदारों से बहुत मिल करके रखेंगे और वाणी का एक विशेष जादू इनके पास होगा। अर्थात अपनी बातों को बहुत नपे-तुले अंदाज में कहेंगे।

3. राहु के कारण इनके जीवन में भाग दौड़ बहुत रहेगी।

4. सप्तम भाव में बृहस्पति देव चंद्रमा को सप्तम दृष्टि से देखते हैं अत इनकी कुंडली में एक गजकेसरी योग भी बनता है। इसका मतलब यह है कि इनका पत्नी से बहुत अच्छा रिश्ता रहेगा। इनकी कुंडली में प्रेम विवाह के योग हैं।

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5. शुक्र नीच का होकर आठवें घर में बैठता है इसका मतलब यह है कि आध्यात्मिक जीवन में भी इनका जाना होगा और सादा जीवन यह पसंद करेंगे। जैसे-जैसे इनकी आयु बढ़ेगी इनका ध्यान आध्यात्मिकता में बढ़ता चला जाएगा। माता-पिता के स्वास्थ्य का ध्यान रखना होगा और माता-पिता से उनकी दूरी बनेगी।

7. सूर्य नीच का होने के कारण भाग्य में बैठता है अतः भाग्य से इनको काफी कुछ प्राप्त नहीं होगा और पिता से भी इनको सपोर्ट बहुत कम मिलेगा। इनकी कुंडली में मेहनत को बहुत ज्यादा वरीयता दी जाएगी, अर्थात् मेहनत के बलबूते यह अपना इंडस्ट्री में सिक्का जमाएंगे।

6. मंगल के कारण इनका स्वास्थ्य ठीक रहेगा वह आए भाव में भी वृद्धि रहेगी।

इस समय इनकी कुंडली में बुध की महादशा चल रही है और बुद्ध में सूर्य का अंतर नवंबर 2023 से लेकर सितंबर 2024 तक रहेगा। इस समय इनको अपने पिता के स्वास्थ्य का ध्यान रखना होगा। अगर पिताजी जीवित है तो उनको इस समय स्वास्थ्य की दिक्कत काफी रहेगी। इस समय इनका पत्नी के स्वास्थ्य का भी ध्यान रखना होगा। काम धंधे के हिसाब से यह साल ठीक-ठाक रहेगा। कुल मिलाकर एक अच्छी कुंडली है।

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डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी उपाय को करने से पहले संबंधित विषय के एक्सपर्ट से सलाह अवश्य लें।

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Written By

Raghvendra Tiwari

First published on: Nov 10, 2023 02:11 PM

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