Shakti Pitha: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, शक्तिपीठ का अर्थ मां दुर्गा होता है। नवरात्रि आने वाला है। नवरात्रि के दिनों में शक्तिपीठ यानी मां दुर्गा की पूजा की जाती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, शक्तिपीठ माता सती के शरीर को भगवान विष्णु जी ने अपने सुदर्शन चक्र से काट दिए थे। जो 52 अलग-अलग जगहों पर गिरा पड़ा हैं। उन 52 स्थान पर गिरे हुए स्थानों को शक्तिपीठ का नाम पड़ा है, जिसे शक्तिपीठ के नाम से जानते हैं। आज के इस खबर में 52 शक्तिपीठ मां दुर्गा के स्थानों के बारे में जानने वाले हैं। तो आइए 52 शक्तिपीठ के बारे में जानते हैं।
52 शक्तिपीठ के नाम
1.कालीपीठ
2.कामगिरी
3. तारा तेरणी
4. विमला शक्तिपीठ
5. किरीट विमला
6. वृंदावन उमा
7. करवीरपुर या शिवहरकर
8. श्री पर्वत श्री सुंदरी
9. वाराणसी विशालाक्षी
10. सर्वेशेल या गोदावरी तीर
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11. वीरजा
12. मानसा
13. नेपाल महामाया
14. हिंगलाज
15. सुगंधा सुनंदा
16. कश्मीर महामाया
17. ज्वालामुखी
18. जालंधर
19. वेदनाथ
20. गंडकी
21. बहुला
22. उज्जयिनी
23. त्रिपुरा
24. चट्टल भवानी
25. त्रिस्रोता
26. प्रयाग ललिता
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27. जयंती
28. युगाघा
29. कन्याश्री
30. कुरुक्षेत्र
31. माणिदेविक
32. श्री शैल महालक्ष्मी
33. कांची देवगर्भा
34. पंच सागर
35. करातोयातट
36. विभास
37. कालमाधव
38. शोनदेश नर्मदा
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39. रामगिरी
40. शूची नारायणी
41. प्रभास चंद्रभागा
42. भैरव पर्वत
43. जन्म स्थान भ्रामरी
44. रत्नावली कुमारी
45. मिथिला उमा महादेवी
46. नलहाटी कालिका
47. देवघर
48. यशोर
49. अट्टहास
50. लंका
51. विराट
52. नंदीपुर
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डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी उपाय को करने से पहले संबंधित विषय के एक्सपर्ट से सलाह अवश्य लें।