अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक नया खुलासा किया है। ट्रंप ने मंगलवार को गोल्डन डोम नाम की मिसाइल रक्षा प्रणाली से जुड़ी अपनी योजना के बारे में बताया। इस योजना की अनुमानित लागत करीब 175 अरब डॉलर है। राष्ट्रपति ने कहा कि ‘गोल्डन डोम’ अमेरिका द्वारा अंतरिक्ष में भेजा जाने वाला पहला हथियार होगा और यह लगभग तीन वर्षों में यानी उनके कार्यकाल के अंत तक काम करना शुरू कर देगा। इस प्रणाली का उद्देश्य संयुक्त राज्य अमेरिका को सभी प्रकार के मिसाइल या ड्रोन हमलों से बचाना है। ट्रंप ने कहा कि कनाडा ने इस परियोजना का हिस्सा बनने में दिलचस्पी दिखाई है, क्योंकि वे भी सुरक्षा चाहते हैं।
कनाडा के पीएम मार्क कार्नी ने क्या कहा?
कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी ने बुधवार (28 मई) को कहा कि उनकी सरकार राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भावी गोल्डन डोम मिसाइल रक्षा कार्यक्रम में शामिल होने के बारे में अमेरिका से बात कर रही है। कार्नी ने कहा, ‘क्या यह कनाडा के लिए अच्छा विचार है? हां, कनाडाई लोगों के लिए सुरक्षा उपाय करना अच्छा है।’ उन्होंने यह भी कहा, ‘यदि आवश्यक हो तो हम सहयोग कर सकते हैं, लेकिन जरूरी नहीं कि हम सहयोग करें।’
कनाडा के बिना गोल्डन डोम बनाना क्यों है मुश्किल?
हालांकि, राष्ट्रपति ट्रंप ने गोल्डन डोम के बारे में बताते हुए एक महत्वपूर्ण विवरण (Description) को अनदेखा कर दिया। दरअसल, बड़ी बात यह है कि राष्ट्रपति ट्रंप कनाडा की सहमति के बिना गोल्डन डोम नहीं बना सकते हैं। कनाडा को 500 बिलियन डॉलर के गोल्डन डोम के कामकाज में महत्वपूर्ण भूमिका निभानी होगी, क्याोंकि अमेरिका को आर्कटिक में आने वाली मिसाइलों को ट्रैक करने के लिए कनाडा के आवश्यक रडार और एयरस्पेस की जरूरत पड़ेगी, जो कनाडा के अधिकार क्षेत्र में है।
‘ट्रंप ने अमेरिका और कनाडा को टैरिफ युद्ध में उलझा दिया है’
कनाडा की संसद के कंजर्वेटिव सदस्य शुवालॉय मजूमदार ने कहा, ‘अभी बहुत कुछ ऐसा है जिसके बारे में हम नहीं जानते। अमेरिका और कनाडा के साथ आर्थिक और सुरक्षा साझेदारी किस तरह आगे बढ़ेगी, इस बारे में बहुत कुछ पता चलना बाकी है।’ ट्रंप ने अमेरिका और कनाडा को टैरिफ युद्ध में उलझा दिया है, जिससे दोनों देशों के बीच संबंध तनावपूर्ण हो गए हैं। हालांकि, अब कनाडा के पास अमेरिका के मामले में कुछ हद तक लाभ है।
कनाडा का एयरस्पेस अमेरिका की मजबूरी
सीनेट सशस्त्र सेवा समिति के शीर्ष डेमोक्रेट रोड आइलैंड के जैक रीड ने एक इंटरव्यू में कहा, ‘गोल्डन डोम साझेदारी पर चर्चा नहीं की गई है और न ही इस पर बातचीत की गई है।’ उन्होंने कहा, ‘राष्ट्रपति ने अपनी बयानबाजी के कारण कनाडा की आबादी के एक बड़े हिस्से को अलग-थलग कर दिया है। यह आप जानते हैं अब कनाडा-अमेरिका के बीच पहले जैसे अच्छे संबंध नहीं हैं। यह ऐसा है जिसे हम यह आसानी से नहीं कर सकते, क्योंकि हमारे लोग बहुत परेशान हैं। कनाडा के पास एक बड़ा हवाई क्षेत्र है, जिसकी अमेरिका को चीन और रूस से आने वाली मिसाइलों को मार गिराने के लिए के लिए जरूरत होगी। इसके अलावा ऐतिहासिक रूप से कनाडा ने उत्तरी अमेरिका के लिए हवाई और मिसाइल रक्षा में एक बड़ी भूमिका निभाई है।’
कनाडा की मदद के बिना गोल्डन डोम के निर्माण में आएगी मुश्किल
नॉर्थ अमेरिकन एयरोस्पेस डिफेंस कमांड या NORAD ने 67 वर्षों से यह सुनिश्चित किया है कि अमेरिकी और कनाडाई सेनाएं हवाई क्षेत्र के करीब आने वाली हर चीज पर नजर रखने के लिए रोजाना मिलकर काम करें। दोनों देशों के रडार जानकारी साझा करते हैं। कनाडा ने NORAD में निवेश का 40 प्रतिशत वित्तपोषित किया है। अगले दो दशकों में वह इसमें 38 बिलियन डॉलर और जोड़ेगा। ऐसे में कनाडा की मदद के बिना अमेरिका को एक महत्वपूर्ण उत्तरी अमेरिकी वायु रक्षा का निर्माण करने में मुश्किलें आएंगी। कनाडाई प्रधानमंत्री कार्यालय की प्रवक्ता ऑड्रे चैम्पॉक्स ने एक बयान में कहा कि कार्नी और उनके मंत्री इसे लेकर अपने अमेरिकी समकक्षों के साथ व्यापक और रचनात्मक चर्चा कर रहे हैं। वहीं, NORAD की देखरेख करने वाली अमेरिकी उत्तरी कमान ने कहा कि वह अमेरिका और कनाडा की रक्षा करने के अपने मुख्य मिशन को प्राथमिकता देना जारी रखेगी और यह सुनिश्चित करेगी कि कोई भी नई क्षमता उस उद्देश्य के अनुरूप हो।