US Bans Three Palestinian Human Rights Groups Amid Israel-Hamas Tensions: इजरायल और हमास में तनाव के बीच अमेरिका से बड़ी खबर आ रही है। डोनाल्ड ट्रंप ने गाजा में नरसंहार की जांच की मांग करने वाले तीन फिलिस्तीनी मानवाधिकार समूहों पर बैन लगा दिया है। इन ग्रुप्स का नाम है अल-हक, अल-मेजान सेंटर फॉर ह्यूमन राइट्स और फिलिस्तीनी सेंटर फॉर ह्यूमन राइट्स (PCHR)।
दरअसल, ये तीनों संगठन अंतरराष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय (ICC) में गाजा में इजरायल के हमले और कथित नरसंहार के खिलाफ जांच और कार्रवाई की मांग कर रहे थे। बता दें ICC एक इंटरनेशनल कोर्ट है जो दुनिया के सबसे गंभीर अपराधों, नरसंहार और मानवता के खिलाफ अपराधों पर काम करती है।
पीएम नेतन्याहू के खिलाफ साजिश का लगा आरोप
मानवाधिकार संगठनों ने अमेरिकी सरकार के इस कदम को अनुचित और दमनकारी ठहराया है। वहीं, अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने इस बारे में मीडिया में बयान दिया कि ये समूह ICC के साथ मिलकर साजिश कर रहे थे। विदेश मंत्री का दावा था कि ये संगठन इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू और पूर्व रक्षा मंत्री योआव गैलेंट के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी कराने की फिराक में थे।
इजरायल और हमास के बीच कब से तनाव चल रहा है?
जानकारी के अनुसार इन तीनों मानवाधिकार संगठनों ने गाजा में इजरायल के सैन्य अभियानों ( 2023-2025) को ‘नरसंहार’ करार देते हुए इंटरनेशनल कोर्ट में शिकायतें की थीं। बता दें गाजा में वर्तमान में इजरायल और हमास के बीच लड़ाई चल रही है। दोनों के बीच ये संघर्ष अक्टूबर 2023 से चल रहा है।
डरेंगे नहीं जांच की रफ्तार करेंगे और तेज
अमेरिका के इस कदम का फिलिस्तीनी मानवाधिकार संगठनों ने एक सुर में विरोध किया है। जिस समूह पर बैन लगा है उसमें से एक अल-हक ने X पर पोस्ट कर कहा कि हम अमेरिका द्वारा लगाए बैन की निंदा करते हैं। आगे पोस्ट में कहा गया कि यह फिलिस्तीनी लोगों के अधिकारों और सच्चाई को दबाने का प्रयास है। लेकिन वह रुकने वाले नहीं और उनकी लड़ाई जारी रहेगी। वह ICC से अपनी जांच को तेज करने और इजरायली नेताओं के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग करते हैं।
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