US Iran Tension Update: अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने ईरान को न्यूक्लियर डील का ऑफर दिया, जिसे ईरान ने ठुकरा दिया और राष्ट्रपति ट्रंप का मजाक भी उड़ाया. राष्ट्रपति ट्रंप ने इजरायल की संसद में अपने भाषण में दावा किया था कि इजरायल और अमेरिका की सेना ने ईरान के परमाणु ठिकानों को तबाह कर दिया, लेकिन खामेनेई ने राष्ट्रपति ट्रंप के दावे का मजाक उड़ाते हुए कहा कि सपने देखने में कोई हर्ज नहीं है, देखते रहो, किसी का क्या जाता.
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डराने धमकाने जबदस्ती करने का आरोप लगाया
अली खामेनेई ने कहा कि अमेरिका ने पहले तो ईरान के परमाणु ठिकानों को तबाह कर दिया और अब मदद का हाथ बढ़ाकर अहसान जता रहे हैं. जबरदस्ती का समझौता स्वीकार नहीं करेंगे. जबरदस्ती का समझौता दबाव डालने और डराने धमकाने जैसा होगा. ईरान के पास परमाणु हथियार हो या न हो, अमेरिका की मनमर्जी और दबाव बर्दाश्त नहीं करेंगे. अमेरिका का जबरदस्ती समझौते करके उन्हें थोपना और हस्तक्षेप करना सरासर गलत है.
चोरी छिपे परमाणु हथियार बनाने का लगा आरोप
बता दें कि पश्चिमी देशों को ईरान के परमाणु कार्यक्रम से आपत्ति है. अमेरिका और इजरायल तो ईरान को परमाणु हथियार बनाने से रोकने के लिए हमला तक कर चुके हैं. ईरान पर आरोप हैं कि वह चोरी-छिपे परमाणु हथियार बना रहा है, जबकि ईरान दावा करता है कि उसका परमाणु कार्यक्रम सिर्फ ऊर्जा उत्पादन के लिए है. इस मुद़्दे पर ईरान और अमेरिका के बीच 5 बार बातचीत हो चुकी है, लेकिन कोई बैठक किसी नतीजे पर नहीं पहुंची.
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इजरायल-अमेरिका का ईरान पर किया था हमला
बता दें कि ईरान को परमाणु हथियार बनाने से रोकने के लिए जून 2025 में इजरायल ने हमला किया. इजरायल ने मिसाइल और ड्रोन अटैक करके ईरान के परमाणु ठिकाने ध्वस्त कर दिए. जवाबी कार्रवाई करते हुए ईरान ने भी इजरायल पर हमला किया. तनाव को युद्ध में बदलते देख राष्ट्रपति ट्रंप ने दखल दिया और ईरान को हथियार डालने को कहा, लेकिन ईरान नहीं माना और इजरायल को मुंहतोड़ जवाब देने की धमकी देने लगा.
ईरान की जिद देखकर अमेरिका की सेना ने ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमला किया तो ईरान ने भी अमेरिका के सैन्य ठिकानों पर हमला किया, लेकिन कतर की मध्यस्थता से ईरान-इजरायल में सीजफायर हो गया. इसके साथ ही ईरान और अमेरिका की परमाणु वार्ता बंद हो गई.










