Trump Tariff Latest Update: अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप के टैरिफ पर बड़ा अपडेट आया है, जिसकी पुष्टि अमेरिका के ट्रेजरी सेक्रेटरी स्कॉट बेसेंट ने की है। वहीं वीकेंड मनाने के लिए न्यू जर्सी जाते समय मीडिया से इंट्रैक्शन में ट्रंप ने भी टैरिफ को लेकर बड़ी जानकारी दी। दरअसल, एक अगस्त 2025 से ट्रंप 100 और देशों पर टैरिफ लगाने जा रहे हैं। ट्रंप ने रेसिप्रोकल टैरिफ पर 90 दिन की छूट देशों को दी थी, जिसकी समयाविध 9 जुलाई 2025 को खत्म हो रही है। इससे पहले खबर आई है कि ट्रंप भारत समेत दुनियाभर के करीब 100 देशों से आयात पर नया ट्रंप टैरिफ लागू करेंगे, जो करीब 10 फीसदी होगी। 12 से ज्यादा देशों पर करीब 12 फीसदी टैरिफ लगेगा। जिन देशों पर एक अगस्त से टैरिफ लगेगा, उनकी लिस्ट में भारत, जापान और यूरोपीय यूनियन का नाम भी शामिल है। 2 अप्रैल 2025 को ट्रंप रेसिप्रोकल टैरिफ का ऐलान किया गया था।
10 से ज्यादा देशों के लिए ट्रेड डील साइन
अमेरिकन ट्रेजरी सेक्रेटरी स्कॉट बेसेंट के अनुसार, दुनियाभर में कुल 195 देश हैं। होली सी (वेटिकन सिटी) और फिलिस्तीन को छोड़कर 193 देश संयुक्त राष्ट्र के सदस्य हैं। किस देश पर एक अगस्त 2025 से टैरिफ लगेगा, यह तो नहीं बात सकते, लेकिन राष्ट्रपति ट्रंप 10 से ज्यादा देशों के लिए ट्रेड डील लेटर साइन कर चुके हैं। लेटर पर साफ तौर पर मेंशन किया गया है कि प्रपोजल ‘स्वीकार करें या छोड़ दें’ और इस अल्टीमेटम के साथ सोमवार का लेटर भेज दिए जाएंगे।
बता दें कि राष्ट्रपति ट्रंप ने 2 अप्रैल को लागू किए गए रेसिप्रोकल ट्रैरिफ के तहत भारत से आयात होने वाले सामान पर 26-27% टैरिफ लगाया और इसके लिए ट्रंप ने दावा किया कि भारत अमेरिका के सामान पर 100% टैरिफ लगाता है तो अमेरिका ने तो सिर्फ चौथे हिस्से का टैरिफ लगाया। हालांकि 9 अप्रैल को भारत पर लगा टैरिफ 90 दिन के लिए निलंबित कर दिया गया था, जिसकी समयसीमा 9 जुलाई को खत्म हो रही है। अगर 9 जुलाई तक भारत-अमेरिका में ट्रेड डील नहीं होती टैरिफ से अमेरिका के साथ भारतीय निर्यात पर असर पड़ सकता है।
Trump’s new announced tariffs- basically add 20% to the cost of any product you buy. This is going to be horrible pic.twitter.com/1oHX2hx9Pt
— Maya Luna (@envisionedluna) April 2, 2025
क्या है टैरिफ लगाने का मकसद?
बता दें कि 2 अप्रैल 2025 को अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रेसिप्रोकल टैरिफ लागू किया, जिसके तहत सभी देशों के आयात पर 10 प्रतिशत बेसलाइन टैरिफ लगा दिया गया। भारत, चीन, ब्राजील, यूरोपीय संघ जैसे देशों पर व्यापार घाटे के आधार पर एक्स्ट्रा टैरिफ लगाए गए। विरोध होने के चलते अमेरिका ने चीन पर लगे टैरिफ को 245% तक बढ़ा दिया, जिसके जवाब में चीन ने अमेरिका के सामान पर 125% टैरिफ लगा दिया। ट्रंप की टैरिफ पॉलिसी का मकसद अमेरिका के व्यापार घाटे को कम करना है। अमेरिका में घरेलू उद्योगों को बढ़ावा देना है। मेक अमेरिका ग्रेट अगेन के नारे को साकार करना है।