पाकिस्तान ने एक बार फिर कायराना हरकत करते हुए युद्धविराम का उल्लंघन किया है। कश्मीर में पाकिस्तान की ओर से फायरिंग की गई है। पाकिस्तानी पीएम शहबाज शरीफ ने देर रात राष्ट्रपति आसिफ अली जरादारी से मुलाकात की और अपने देश को संबोधित किया। अपने संबोधन के दौरान पाक पीएम शहबाज शरीफ ने कहा कि भारत ने हमारे सैन्य अड्डों को उड़ाया है। सैन्य अड्डों को तहस-नहस कर दिया है। उन्होंने कहा कि भारत के हमले में पाकिस्तान के कई जवान मारे गए हैं।
‘चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने मुश्किल वक्त में साथ दिया’
पाकिस्तानी पीएम शहबाज शरीफ ने कहा कि मैं भारत से सीजफायर चाहता हूं। चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने मुश्किल वक्त में साथ दिया है। अपने संबोधन पर पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने आर्मी चीफ आसिफ मुनीर की तारीफ भी की है। उन्होंने कहा कि मैं जनरल मुनीर को थैंक यू कहता हूं। शहबाज शरीफ ने कहा कि भारत के साथ पानी और जम्मू कश्मीर का मसला हल करने के लिए बातचीत की उम्मीद है। पाक पीएम ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उपराष्ट्रपति जेडी वेंस का भी शुक्रिया अदा किया है।
शहबाज शरीफ ने अमेरिका के नेताओं को दिया धन्यवाद
शनिवार को भारत और पाकिस्तान के बीच शत्रुता समाप्त करने पर सहमति बनने के बाद प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और शीर्ष अमेरिकी अधिकारियों को उनकी भूमिका के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने उपराष्ट्रपति जेडी वेंस और विदेश मंत्री मार्को रुबियो को दक्षिण एशिया में शांति के लिए उनके बहुमूल्य योगदान के लिए धन्यवाद दिया। शहबाज शरीफ ने आगे कहा कि पाकिस्तान का मानना है कि यह उन मुद्दों के समाधान की दिशा में एक नई शुरुआत है, जिन्होंने इस क्षेत्र को परेशान किया है। शांति, समृद्धि और स्थिरता के मार्ग को बाधित किया है।
कई देश पाकिस्तान के समर्थन में: रक्षा मंत्री
वहीं, रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा है कि भारत के साथ तनाव के दौरान न सिर्फ अंतरराष्ट्रीय समुदाय पाकिस्तान के साथ खड़ा रहा, बल्कि इस पूरे संकट के दौरान हमने जो रुख अपनाया, उसकी भी तारीफ की। जियो न्यूज से बात करते हुए मंत्री ने बताया कि बीते कुछ दिनों में कुछ देशों ने साफ तौर पर पाकिस्तान की तरफ झुकाव दिखाया। उन्होंने कहा, तुर्की, अजरबैजान और चीन पूरी तरह हमारे साथ हैं, जबकि सऊदी अरब और UAE का रुख भी हमारी तरफ झुका रहा। भले ही ये समर्थन खुलकर न हो, लेकिन हमारे संवाद में उनका रवैया पाकिस्तान के प्रति सहानुभूतिपूर्ण था।
आसिफ ने कहा, किसी देश ने भारत का खुलकर समर्थन नहीं किया। इसकी सबसे बड़ी वजह यह रही कि मोदी अपने दावे को साबित नहीं कर पाए। हर बार जब हमने सबूत मांगे और जांच की मांग की, तो भारत का नैरेटिव खुद ही कमजोर पड़ गया। इससे हमें बड़ा कूटनीतिक फायदा हुआ।