नई दिल्ली: महारानी एलिजाबेथ द्वितीय ने कभी रानी बनने की उम्मीद नहीं की थी लेकिन किस्मत को कुछ और मंजूर था। 21 अप्रैल को लंदन के मेफेयर में रानी ड्यूक और डचेस ऑफ यॉर्क के घर में एलिजाबेथ एलेक्जेंड्रा मैरी का जन्म हुआ जिन्हें आज दुनिया महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के नाम से जानती है। बता दें कि ब्रिटेन की सबसे लंबे समय तक राज करने वाली महारानी एलिजाबेथ द्वितीय ने गुरुवार को स्कॉटलैंड के बाल्मोरल कैसल में अंतिम सांस ली।
जब राजकुमारी एलिजाबेथ का जन्म हुआ तब उनके परिवार को उम्मीद नहीं थी कि वह एक दिन ब्रिटेन की महारानी बनेंगी। राजकुमारी एलिजाबेथ और उनकी इकलौती चचेरी बहन राजकुमारी मार्गरेट का एक साथ लालन पालन हुआ। बचपन से ही एलिजाबेथ ने जिम्मेदारी और व्यवस्था की भावना दिखाई। वह घोड़ों और कुत्तों से प्यार करती थी। वह एक आदर्श जीवन जी रही थी, लेकिन दिसंबर 1936 में सब कुछ बदल गया जब उनके चाचा किंग एडवर्ड VIII ने गद्दी छोड़ दी। तब उनके पिता किंग जॉर्ज VI राजा बने। बाद में किंग जॉर्ज VI की मृत्यु के बाद एलिजाबेथ 6 फरवरी 1952 को सिंहासन पर बैठी।
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द्वितीय विश्व युद्ध में सेना में भी शामिल हुईं एलिजाबेथ
सिंहासन पर बैठने से पहले 1939 में जब ब्रिटेन ने द्वितीय विश्व युद्ध लड़ा तब एलिजाबेथ ने इंग्लैंड में रहने का विकल्प चुना और कनाडा जाने के बजाय सेना में शामिल हो गईं। एक ड्राइवर और मैकेनिक के रूप में अपने ट्रेनिंग के दौरान उन्होंने अपने देश की सेवा की। उस वक्त उनकी उम्र 15 साल से कम थी। 1940 में शहरों से निकाले गए बच्चों को एलिजाबेथ ने 14 साल की उम्र में संबोधित किया था। उन्होंने कहा था कि हम अपने वीर सैनिकों और वायुसैनिकों की मदद करने के लिए हर संभव कोशिश कर रहे हैं और हम युद्ध के खतरे और दुख के अपने हिस्से को सहन करने की भी कोशिश कर रहे हैं। हम जानते हैं कि हम में से हर एक का मानना है कि अंत में सब ठीक हो जाएगा।
मात्र 13 साल की उम्र में फिलिप माउंटबेटन से हुआ था प्यार
राजकुमार एलिजाबेथ जब 13 साल की थीं तब उनकी पहली मुलाकात ग्रीस और डेनमार्क के राजकुमार फिलिप माउंटबेटन से हुई थी। 1939 में हुई पहली मुलाकात में ही राजकुमारी को राजकुमार से प्यार हो गया था। नवंबर 1947 में जब वे 21 साल की हुईं तब उन्होंने प्रिंस फिलिप से शादी की। उस वक्त फिलिप रॉयल नेवी में एक युवा अधिकारी के रूप में कार्यरत थे। शादी यूनाइटेड किंगडम के लंदन में वेस्टमिंस्टर एब्बे में हुई थी। इस दंपति के चार बच्चे हैं। प्रिंस चार्ल्स का जन्म 1948 में हुआ था, राजकुमारी ऐनी (1950), प्रिंस एंड्रयू (1960) और प्रिंस एडवर्ड (1964) में जन्मे थे।
1952 में एलिजाबेथ के जीवन में आया बदलाव
एलिजाबेथ की लाइफ में सबकुछ सही चल रहा था। इसी बीच 1952 में उनके पिता किंग जॉर्ज VI की कैंसर से मौत हो गई जिसके बाद से एलिजाबेथ की लाइफ बदल गई। राजकुमारी एलिजाबेथ अब महारानी बन चुकीं थीं। 1953 में एलिजाबेथ का राज्याभिषेक हुआ, जिसके बाद उन्होंने सात दशकों तक राष्ट्रमंडल के प्रमुख के रूप में कार्य किया।
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रानी ने अपने शासनकाल के दौरान सैकड़ों विदेशी यात्राएं कीं। 1953 में एलिजाबेथ और उनके पति ने सात महीने की दुनिया की यात्रा शुरू की। इस जोड़े ने 13 देशों का दौरा किया। उन्होंने 1957 में संयुक्त राज्य अमेरिका का दौरा किया, जहां उन्होंने राष्ट्रमंडल की ओर से संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित किया। 1961 में उन्होंने साइप्रस, भारत, पाकिस्तान, नेपाल और ईरान का दौरा किया। दक्षिण अमेरिका (1968 में) और फारस की खाड़ी के देशों (1979 में) की यात्रा करने वाली पहली ब्रिटिश सम्राट बनीं।
2012 में महारानी ने सिंहासन पर बैठने के 60 साल पूरे किए। पिछले साल अप्रैल 2021 में प्रिंस फिलिप की मृत्यु हो गई, जिसके बाद महारानी विक्टोरिया के बाद एलिजाबेथ विधवा के रूप में शासन करने वाली पहली ब्रिटिश सम्राट बन गईं।
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