Russia Ukraine War: रूस और यूक्रेन के बीच 200 से ज्यादा दिनों से युद्ध जारी है। इस बीच राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने बड़ा फैसला रूस में आंशिक सैन्य शासन लगने का ऐलान किया है। पुतिन ने राष्ट्र को संबोधित करते हुए देश में आंशिक सैन्य शासन लगने का ऐलान किया।
राष्ट्रपति पुतिन अपने देश की सैन्य मोर्चाबंदी के आदेश पर ने दस्तखत कर दिए हैं, जो आज से ही लागू हो गया है। रूस के रक्षा मंत्री ने कहा कि देश में 3 लाख रिजर्व सैनिकों को तैनात किया जाएगा। पुतिन ने आगे कहा है कि नागरिक जो वर्तमान में रिजर्व में हैं और जो सशस्त्र बलों में सेवा दे चुके हैं, जिनके पास कुछ सैन्य विशिष्टताओं और प्रासंगिक अनुभव हैं, उनकी भर्ती की जाएगी।
West has crossed the line. West is calling to weaken, divide and destroy Russia. Support for compatriots to determine their own futures. Goals of special operation unchanged – LPR completely liberated, DPR partially, reports Russia's RT quoting Russian President Vladimir Putin https://t.co/46mCQgbPlv
— ANI (@ANI) September 21, 2022
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राष्ट्रपति पुतिन ने अपने संबोधन में पश्चिमी देशों को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि क्षेत्रीय अखंडता को खतरा पैदा हुआ तो रूस सभी उपलब्ध साधनों का उपयोग करेगा। इसे कोई झांसा नहीं समझा जाए।
इसके साथ ही पुतिन कहा कि रूस के पास हथियारों की कमी नहीं है। उन्होंने कहा कि पश्चिमी देशों ने सीमा पार कर ली है। ये देश रूस को कमजोर करना चाहते हैं। रूस को विभाजित और नष्ट करने का आह्वान किया जा रहा है। हमें अपना भविष्य तय करने का अधिकार है।
अंतर्राष्ट्रीय मामलों के जानकार राष्ट्रपति के इस ऐलान को युद्ध की तैयारी के तौर पर देख रहे हैं। इन लोगों के मुताबिक इससे रूस को एक मजबूत आधार मिलेगा। साथ ही इन लोगों का कहना है कि आंशिक लामबंदी का मतलब यह हो सकता है कि रूसी नागरिकों को युद्ध के प्रयास में अधिक योगदान देना होगा।
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