16 March Today History: अमेरिका में 14 मार्च की सुबह अमेरिकन एयरलाइंस के विमान में आग लग गई थी और प्लेन क्रैश होने से बच गया था। अगर विमान हादसा होता तो 178 लोग मारे जाते। पिछले कई महीनों में दुनियाभर में कई विमान हादसे हुए और हजारों लोगों ने जान गंवाई, लेकिन विमान हादसे होने का यह सिलसिला आज का नहीं है। हर दिन का इतिहास दुनिया के किसी न किसी देश में विमान हादसे से जुड़ा है। ऐसे ही एक विमान हादसे का इतिहास आज 16 मार्च की तारीख से भी जुड़ा है और यह विमान हादसा 47 साल पहले बुल्गारिया में हुआ था। इस हादसे में 73 लोग मारे गए थे।
इस हादसे को बल्गेरियाई एविएशन सेक्टर के इतिहास का सबसे घातक विमान हादसा माना गया था, लेकिन यह हादसा होने का कारण आज तक अज्ञात है। हालांकि साल 2024 में ‘बायोग्राफ’ पत्रिका के रिपोर्टर द्वारा की गई जांच में पूर्व कम्युनिस्ट कमेटी फॉर स्टेट सिक्योरिटी (DS) के गवाह मिले, जिन्होंने गवाही दी कि विमान में 2 नॉन-लिस्टेड पैसेंजर थे, जो अरब देशों के ट्रेंड एजेंट थे। इन दोनों पैसेंजर्स ने प्लेन को हाईजैक किया था और इस दौरान विमान में हुई लड़ाई के परिणामस्वरूप दुर्घटना हुई थी। प्लेन अनबैलेंस होकर सीधा जमीन पर आ गिरा था, लेकिन इस घटनाक्रम को कम्युनिस्ट सरकार स्वीकार करने के लिए कभी तैयार नहीं हुई।
पोलिश मंत्री और बुल्गेरियाई फुटबॉलर मारे गए थे
इतिहास में दर्ज रिकॉर्ड के अनुसार, आज से 47 साल पहले 16 मार्च 1978 को बाल्कन बल्गेरियाई एयरलाइंस की फ्लाइट 107 क्रैश हुई थी। बाल्कन बल्गेरियाई एयरलाइंस टुपोलेव TU-134 विमान ने सोफिया हवाई अड्डे से वारसॉ हवाई अड्डे के लिए उड़ान भरी थी। फ्लाइट में 66 पैसेंजर्स और 7 क्रू मेंबर्स थे। इस फ्लाइट के कैप्टन ह्रिस्टो ह्रिस्तोव थे। हादसे में 37 पोलिश, 27 बल्गेरियाई, 2 ब्रिटिश यात्री और 7 क्रू मेंबर्स मारे गए थे।
पीड़ितों में पोलिश राष्ट्रीय ट्रैक साइक्लिंग टीम के सदस्य (तादेउज़ वलोडार्कज़िक, विटोल्ड स्टाचोवियाक, मारेक कोलासा, क्रिज़्सटॉफ़ ओटोकी और जेसेक ज़दानियुक) शामिल थे। बल्गेरियाई राष्ट्रीय लयबद्ध जिमनास्टिक टीम के सदस्य (वेलेंटीना किरिलोवा, स्नेज़ाना मिखाइलोवा, अल्बेना पेट्रोवा, सेवडालिना पोपोवा और रूमियाना स्टेफ़ानोवा अपने कोच जूलियट शिश्मनोवा के साथ) भी हादसे में मारे गए थे। अन्य पीड़ितों में पोलिश उप-संस्कृति मंत्री जानुस विल्हेल्मी और बल्गेरियाई फुटबॉलर जॉर्जी दिमित्रोव शामिल थे।
ऐसे हुआ था विमान हादसा
प्लेन के ब्लैक बॉक्स में रिकॉर्ड हुई जानकारी के अनुसार, फ्लाइट LZ 107 ने सोफिया एयरपोर्ट से उड़ान भरी और पहली ऊंचाई 8850 मीटर (29040 फीट) थी, लेकिन 4900 मीटर (16,100 फीट) पर विमान 050 डिग्री दिशा में मुड़ गया। उस दिशा में आगे बढ़ने से पहले विमान फिर से 270 डिग्री दिशा में मुड़ा, लेकिन इस तरह अचानक इधर उधर मुड़ने के दौरान विमान का बैलेंस बिगड़ा और विमान 130 किमी दूर उत्तर पूर्व में ब्याला स्लेटिना के करीब गबरे गांव के बाहर खाली मैदान में गिर गया। क्रैश के समय विमान लगभग भरे हुए ईंधन टैंक के साथ 800 किलोमीटर प्रति घंटे (432 नॉट; 497 मील प्रति घंटे) की रफ्तार से उड़ रहा था। करीब 11 टन ईंधन था, जिस वजह से विमान में जमीन पर गिरते भी भयानक आग लग गई थी।
हादसे की खबर मिलते ही बुल्गारियाई सेना तुरंत घटनास्थल पर पहुंची और इलाके को सील कर दिया। बुल्गारियाई अधिकारियों द्वारा की गई जांच में हादसे का कारण इलेक्ट्रिक फॉल्ट मिला, लेकिन इस हादसे को जल्दी ही भुला दिया गया और आगे कोई जांच नहीं की गई। जिस जल्दबाजी के साथ हादसे को ठंडे बस्ते में डाला गया, इसकी जांच की गई तो हादसे का कारण संदेहास्पद मिला। इसके बाद हादसे के वास्तविक कारणों के बारे में अटकलें लगाई जाने लगीं। एक रिपोर्ट में दावा किया गया कि Tu-134 बुल्गारियाई वायुसेना के मिग-21 से टकरा गया था।
एक रिपोर्ट में कहा गया कि विमान को बुल्गारियाई सेना द्वारा गलती से मार गिराया गया था। यह दावा इसलिए किया गया था, क्योंकि जिस एरिया में विमान हादसा हुआ था, वह क्षेत्र में वारसॉ संधि के तहत आने वाला सैन्य अड्डा था, लेकिन एक रिपोर्ट में विमान के हाईजैक होने का दावा भी किया गया था।