Poonch Terror Attack: जम्मू-कश्मीर में 20 अप्रैल को हुए पुंछ आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान को भारत की तरफ से एक और सर्जिकल स्ट्राइक का डर सताने लगा है। हाल ही में पूर्व पाकिस्तानी राजनयिक अब्दुल बासित ने कहा कि अब पाकिस्तान में लोग भारत द्वारा एक और सर्जिकल स्ट्राइक या एयर स्ट्राइक किए जाने की बात कर रहे हैं। मुझे नहीं लगता कि ऐसा कुछ होगा, क्योंकि इस साल भारत एससीओ की बैठक और जी20 की अध्यक्षता कर रहे हैं। लेकिन अगले साल चुनावों (2024 लोकसभा चुनाव) के दौरान भारत फिर से ऐसा कर सकता है। यह भारत में चुनाव से ठीक पहले हो सकता है।
बासित ने दिया बेशर्मी भरा बयान
अब्दुल बासित ने इस दौरान बेशर्मी से भरा बयान दिया। उन्होंने पुंछ में सेना पर कायराना हमला करने वालों की पैरवी की और उन्हें सही ठहराने की कोशिश भी की। उन्होंने कहा कि जिसने भी यह किया है, चाहे वह मुजाहिदीन हो या कोई भी, उन्होंने नागरिकों को नहीं, बल्कि सेना को निशाना बनाया है। वे एक वैध संघर्ष में लगे हुए हैं। यदि आप एक आंदोलन कर रहे हैं और आप सेना को निशाना बना रहे हैं, नागरिकों को नहीं तो अंतरराष्ट्रीय कानून भी इसकी अनुमति देता है। पूर्व पाकिस्तानी राजनयिक ने यह भी कहा कि भारत जानता है कि हम कहां खड़े हैं।
As per Abdul Basit, the Islamist terror attack in Poonch is a fair one.
Members of UN-designated terror group Jaish-e-Mohammed are mujahideen for Basit, TTP mujahideen must watch this vlog to learn international law from uncle Basit and thank him for legitimising their struggle. pic.twitter.com/B54cTLSGzU
---विज्ञापन---— Sonam Mahajan (@AsYouNotWish) April 25, 2023
पुंछ हमले के बाद आया ये वीडियो
यह वीडियो पुंछ आतंकी हमले के बाद आया है। 20 अप्रैल को राजौरी सेक्टर में भीमबेर गली और पुंछ से गुजरने वाले सेना के एक वाहन पर अज्ञात आतंकवादियों ने ग्रेनेड से हमला किया, जिससे पांच सैनिकों की मौत हो गई। सभी जवान राष्ट्रीय राइफल्स के थे। वे इफ्तार पार्टी के लिए फल और अन्य सामान ले जा रहे थे।
"Pakistan fears another surgical strike by India": Former Pak diplomat after Poonch terror attack
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— ANI Digital (@ani_digital) April 26, 2023
दो हजार जवान सर्च ऑपरेशन में जुटे
पुंछ और राजौरी में सेना, जम्मू-कश्मीर पुलिस और अर्धसैनिक बल के करीब 2 हजार जवान सर्च ऑपरेशन में जुटे हैं। हाल ही में एंटी फासिस्ट फ्रंट नाम के एक संगठन ने हमले की जिम्मेदारी ली और दो फोटो भी जारी किए। हालांकि सूत्रों के अनुसार, आतंकवादियों के लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) से होने का संदेह है।
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