पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच युद्धविराम समझौता हो गया है. इस समझौते के बाद अफगानिस्तान के राष्ट्रीय रक्षा मंत्रालय ने युद्धविराम समझौते को लेकर स्पष्टीकरण जारी किया है. इस स्पष्टीकरण में प्रमुख मुद्दों का जिक्र है. रक्षा मंत्रालय की तरफ से सोशल मीडिया पर एक पोस्ट लिखा गया है, जिसमें बताया गया कि किन-किन मुद्दों पर चर्चा हुई और किन मुद्दों पर सहमति बनी है.
अफगानिस्तान के स्पष्टीकरण के मुताबिक, “समझौता पूरी तरह से युद्धविराम, आपसी सम्मान, एक-दूसरे के सुरक्षा बलों, नागरिकों और सुविधाओं पर हमलों से बचने, बातचीत के जरिए सभी मामलों का समाधान करने और एक-दूसरे के खिलाफ हमला ना करने पर जोर दिया गया है. मंत्रालय का कहना है कि इसके अलावा कोई भी बयान अमान्य है.”
इससे पहले अफगानिस्तान के प्रवक्ता ने कहा था कि कतर में पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच युद्धविराम पर पारस्परिक सहमति हो गई है, जिसे द्विपक्षीय समझौते के माध्यम से औपचारिक रूप दिया गया है. समझौते कराने के लिए कतर और तुर्की को धन्यवाद दिया गया था. समझौते की शर्तों के तहत, यह तय किया गया कि कोई भी देश एक-दूसरे के खिलाफ शत्रुतापूर्ण कार्रवाई नहीं करेगा, और न ही पाकिस्तान सरकार के खिलाफ हमले करने वाले समूहों का समर्थन करेगा.
इसके साथ ही दोनों पक्षों ने सुरक्षा बलों, नागरिकों या महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे को निशाना बनाने से परहेज करने की भी प्रतिबद्धता जताई. अफगानिस्तान सरकार के प्रवक्ता ने बताया था कि दोनों पक्ष शांति, आपसी सम्मान और मजबूत पड़ोसी संबंधों को बनाए रखने के प्रति प्रतिबद्ध रहेंगे. दोनों पक्ष बातचीत के ज़रिए मुद्दों और विवादों को सुलझाने के लिए तैयार हैं. यह भी फैसला लिया गया है कि कोई भी देश एक-दूसरे के खिलाफ कोई शत्रुतापूर्ण कार्रवाई नहीं करेगा और न ही पाकिस्तान सरकार पर हमले करने वाले समूहों का समर्थन करेगा.