पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारतीय सेना के द्वारा जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान स्थित नौ आतंकी ठिकानों को ध्वस्त किया गया। आमतौर पर जब दो परमाणु संपन्न देशों के बीच सीमा पार कोई बड़ी सैन्य कार्रवाई होती है, तो दुनिया के अधिकतर देश तनाव घटाने की अपील करते हैं। लेकिन इस बार ऐसा नहीं हुआ। भारत के विश्व से बेहतर होते संबंध और पाकिस्तानी आतंकवाद को लेकर बढ़ती वैश्विक समझ ने माहौल को बदल दिया है।
यही कारण है कि कई प्रमुख पश्चिमी शक्तियों और शीर्ष सांसदों ने न केवल भारत की कार्रवाई को समर्थन दिया, बल्कि उसे न्यायसंगत और जरूरी भी बताया।
जानें किन-किन देशों ने किया समर्थन?
यूके
ब्रिटेन के विदेश मंत्री ने 22 अप्रैल को हुए भीषण आतंकी हमले पर भारत के आक्रोश को सही ठहराया है। उन्होंने पाकिस्तान से अपने सीमाओं के भीतर पल रहे आतंकी खतरे पर ठोस कार्रवाई करने की अपील की।
ब्रिटिश सांसद ऋषि सुनक ने आतंकी ढांचे पर भारत की कार्रवाई का समर्थन करते हुए कहा कि किसी भी देश को यह स्वीकार नहीं करना चाहिए कि उस पर दूसरे देश से आतंकवादी हमले किए जाएं। सांसद प्रीति पटेल ने कहा कि भारत को आत्मरक्षा और उसे खतरा पहुंचा रहे आतंकी ढांचे को खत्म करने का पूरा हक है।
फ्रांस
फ्रांस के विदेश मंत्री ने भारत की आतंकवाद से रक्षा की इच्छा को समझने की बात कही। फ्रांसीसी विदेश मंत्रालय ने पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले की कड़ी निंदा की और भारत के साथ पूरी एकजुटता दिखाई। उन्होंने कहा कि फ्रांस आतंकवादी संगठनों के खिलाफ भारत की लड़ाई में उसके साथ है।
इजराइल
भारत में इजराइली राजदूत ने भारत के आत्मरक्षा के अधिकार का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि आतंकियों को यह स्पष्ट संदेश जाना चाहिए कि मासूमों पर किए गए उनके घिनौने अपराधों से वे अब कहीं भी नहीं बच सकते।
नीदरलैंड
डच सांसद गीर्ट वील्डर्स ने ट्वीट कर कहा कि “कश्मीर 100% भारतीय है” और PakistanBehindPahalgam हैशटैग के साथ भारत का समर्थन किया।
अमेरिका
अमेरिकी कांग्रेसमैन श्री थनेदार ने कहा कि आतंकवाद को सहन नहीं किया जा सकता और इसे दंडित किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि भारत को अपने नागरिकों की रक्षा का पूरा अधिकार है और चरमपंथी नेटवर्क को खत्म करने के भारत के प्रयासों में उनका समर्थन है।
पनामा (संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का अस्थायी सदस्य)
पनामा के विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा कि इस दुखद क्षति और आतंकवाद के खिलाफ जारी संघर्ष में पनामा भारत के साथ खड़ा है। भारत का बढ़ा हुआ माइट और न्यायोचित एक्शन की वजह से भारत को लगातार दुनिया के कई देशों का समर्थन तमाम मुद्दों पर मिल रहा है । ऑपरेशन सिन्दूर को लेकर भी दुनिया के तमाम देशों और उनके नेताओं का समर्थन भारत को मिल रहा है ।