Munich Airport Climate Activists Protest: जर्मनी के म्यूनिख एयरपोर्ट पर शनिवार को क्लाइमेट चेंज एक्टिविस्ट्स ने जोरदार प्रदर्शन किया। जिसके बाद दर्जनों फ्लाइटें रद्द करनी पड़ी। ये कार्यकर्ता लास्ट जेनरेशन पर्यावरण विरोध समूह के बताए गए हैं। क्लाइमेट चेंज एक्टिविस्ट्स को लेकर एयरपोर्ट के प्रवक्ता ने कहा कि कुछ लोग बाड़ तोड़कर भीतर आए थे। जो जर्मनी के दूसरे सबसे व्यस्त एयरपोर्ट के रनवे पर लेट गए। इन लोगों ने जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए अधिकारियों पर दबाव बनाने के मकसद से ऐसा किया था। जिसके कारण लगभग 61 फ्लाइटें रद्द हो गईं।
Climate activists breach German airport, glue themselves to runway during busy travel weekend https://t.co/NI0SCeolyC pic.twitter.com/epPxl5KvV4
---विज्ञापन---— New York Post (@nypost) May 18, 2024
पुलिस ने 8 कार्यकर्ताओं को मौके पर आकर अरेस्ट किया। जिसके बाद इन लोगों का प्रदर्शन समाप्त हुआ। प्रवक्ता ने बताया के एयरपोर्ट के दोनों रनवे सुबह 7 बजे फिर से खोले गए हैं। लेकिन ये लोग फिर विरोध करने के लिए आ सकते हैं। ऐसी आशंका उन्होंने जताई। जर्मनी में अभी काफी समय से छुट्टियों का दौर जारी था। एयरपोर्ट प्रवक्ता ने बताया कि प्रदर्शनकारियों को मकसद लोगों का ध्यान अपनी तरफ खींचना था। उनके हाथ में क्लाउड मोनेट की पेंटिंग थी। कुछ लोग आलू उछालते भी देखे गए।
इससे पहले भी हो चुका जोरदार प्रदर्शन
मामले के संबंध में जर्मनी के परिवहन मंत्री वोल्कर विसिंग की टिप्पणी आई है। उन्होंने विरोध को गलत बताया है। कहा कि इससे सिर्फ हवाई सेवाओं को नुकसान पहुंचा है। लोगों को जोखिम में डालने की कोशिश की गई। लास्ट जेनरेशन की ओर से एक्स पर भी एक पोस्ट की गई है। जिसमें जलवायु परिवर्तन को लेकर अधिकारियों पर कार्रवाई न करने का आरोप लगाया है। लास्ट जेनरेशन का आरोप है कि ट्रेनों को कम करके हवाई यात्रा को तरजीह दी जा रही है। जिससे कार्बन उत्सर्जन बढ़ रहा है। यह जलवायु के लिए बेहद खतरनाक है। इससे पहले समूह ने दिसंबर 2022 में भी ऐसा ही प्रदर्शन किया था।