मिरर (Mirror) की एक रिपोर्ट के मुताबिक आज से लगभग 130 साल पहले आए एक तूफान में गायब हुआ जहाज झील के तल पर मिला है। काफी समय से इसकी तलाश थी, लेकिन पता नहीं चल पा रहा था। यह जहाज बर्फीले तूफान में गायब हो गया था। इसे झील के तल पर पाया गया है। जब मिला तब यह अपनी पुरानी हालत में ही था। दो फिल्म निर्माता जब एक डॉक्यूमेंट्री की शूटिंग कर रहे थे इस दौरान उन्होंने यह हैरान कर देनें वाली खोज की। यह 1995 में अमेरिका-कनाडा सीमा पर गायब हुआ था। उस दौरान वह किसी दूसरे जहाज को रेस्क्यू कर रहा था।
फिल्म निर्माता यवोन ड्रेबर्ट और जैच मेलनिक ने अफ्रीका में इस जहाज के मलबे की खोज की है। एक डॉक्यूमेंट्री फिल्म की शूटिंग के दौरान उन्हें यह दिखाई दिया था। यहा 1895 के अक्टूबर महीने में ओहियो से ओंटारियो तक कोयला ले जाने के लिए इस्तेमाल होता था। अक्टूबर 1895 में एक बर्फीला तूफान आया और यह जहाज ह्यूरन झील के पानी में गायब हो गया था। रिपोर्टों के मुताबिक मौसम खराब होना और कोहरा इसके गायब होने की वजह थी। इस जहाज को1873 में बनाया गया था। इसके चालक दल में 11 सदस्य थे। चालक दल को बचा लिया गया था।
ड्रेबर्ट ने बताया कि वह मेलनिक के साथ शूटिंग कर रही थीं और वे वह दिन बहुत मुश्किल था। उस दिन तेज हवाओं की वजह से उन्हें शूटिंग बंद करनी पड़ी। उन दोनों ने जांच के लिए अपने रोबोटिक कैमरे को पानी के अंदर लगभग 280 फीट (85 मीटर) नीचे भेजा। फॉक्स वेदर को उन्होंने बताया कि फिर हमें कुछ दिखाई दिया और हमने हैरान होकर कहा कि वह क्या है?। जैसे ही वे झील के तल पर पड़ी चीज को समझने की कोशिश करने लगे तो हैरान रह गए। यहां उन्हें जहाज का मलबा मिला। यह ढंके होने के बावजूद भी अच्छी हालत में था।
ड्रेबर्ट ने आगे बताया कि उन्होंने जो कुछ भी देखा उसपर विश्वास नहीं हो रहा था। जैसे-जैसे उसके बारे में और भी बाते पता चलती गईं, उन्होंने हैरान होकर कहा कि वाह यह एक लकड़ी का जहाज है। इतना पुराना होने का बावजूद यह अच्छी हालत में था। इसके बाद सबसे मुश्किल काम था जहाज की पहचान करना। इसके लिए फिल्म निर्माताओं ने इतिहासकार पैट्रिक फोल्कर्स और समुद्री पुरातत्वविद् स्कारलेट जनुनास से मदद मांगी। उसके साइज से अंदाजा लगा सकते थे कि वह अफ्रीका का था। जहाज का मलबा 148 फीट लंबा, 26 फीट चौड़ा और 12.5 फीट ऊंचा था।