Libya Boat Drowned: लीबिया के समुद्री तट पर प्रवासियों से भरा एक जहाज डूब गया है। इस घटना में 61 प्रवासियों की जान चली गई है। आईओएम ने मीडिया को बताया कि इस जहाज में कुल 86 प्रवासी लोग सवार थे, जिनमें से बच्चों और महिलाओं सहित 61 लोग लापता हैं। अगर आंकड़ों पर नजर डालें तो इस साल 2200 लोगों की डूबने से मौत हो चुकी है और दुनिया का यह सबसे खतरनाक समुद्री मार्ग है। इसके बाद आखिर क्यों लोग अपनी जान को जाखिम में डालते हैं, आइये जानते हैं सबकुछ।
इंटरनेशनल ऑर्गेनाइजेशन फॉर माइग्रेशन (IOM) का कहना है कि समुद्र की ऊंची-ऊंची लहरों ने जहाज को अपनी चपेट में ले लिया। इसकी वजह से जहाज समुद्र में डूब गया और उसमें सवार बच्चों और महिलाओं समेत 61 प्रवासी लोग लापता हैं। यूएन एजेंसी ने डूबने से बचे लोगों के हवाले से बताया कि यह जहाज शनिवार को लीबिया के जुवारा शहर से इटली जा रहा था और उसमें 86 लोग सवार थे।
यह भी पढ़ें : केरल में बोट पलटने से 22 लोगों की मौत
लीबिया बना एक मेजर प्वाइंट
भूमध्य सागर पार करके यूरोप पहुंचने के लिए लीबिया एक मेजर लॉन्चिंग प्वाइंट है। प्रवासियों के लिए लीबिया एक मुख्य प्रस्थान बिंदू है। अफ्रीका और मध्य पूर्व के देशों में अशांति और युद्ध की स्थिति उत्पन्न है। ऐसे में इन देशों में रहने वाले प्रवासी अपनी जान को जोखिम डालकर बेहद ही खतरनाक समुद्री रास्ते को चुनते हैं। ये लोग भूमध्य सागर को पार करके यूरोप जाने का प्रयास करते हैं, जिसमें उन्हें अपनी जान भी गंवानी पड़ती है।
जानें क्यों खतरनाक समुद्री मार्ग बना भूमध्य सागर
IOM का कहना है कि इस साल भूमध्य सागर को पार करने वाले कई जहाज समुद्र में डूब चुके हैं। अबतक 2200 से ज्यादा लोगों की डूबने से मौत हो चुकी है। मरने वालों में सबसे ज्यादा नाइजीरिया, गाम्बिया और अन्य अफ्रीकी देशों के लोग हैं। इसी साल जून के महीने में मछली पकड़ने वाली एक नाव समुद्र में डूब गई थी, जिससे 78 लोग डूब गए थे। भूमध्य सागर का रास्ता बेहद ही खतरनाक माना जाता है, क्योंकि अबतक इस समुद्री रूट्स पर कई नाव डूब चुके हैं और कइयों की जान चुकी है।