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Tesla Cybertruck Blast : आतंकवादी नहीं बल्कि इस बीमारी से पीड़ित था आरोपी; हुआ बड़ा खुलासा

Tesla Cybertruck Blast : टेस्ला साइबरट्रक में ब्लास्ट के आरोपी को लेकर पुलिस ने कई खुलासे किए हैं। पुलिस ने बताया कि वह आतंकवादी नहीं था। जानें क्यों इस शख्स ने ट्रम्प इंटरनेशनल होटल के बाहर ब्लास्ट की घटना को अंजाम दिया था।

Edited By : Avinash Tiwari | Updated: Jan 4, 2025 12:41
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Tesla Cybertruck Blast : 37 साल के मैथ्यू लिवेल्सबर्गर ने 1 जनवरी को टेस्ला साइबरट्रक के अंदर विस्फोटक रखकर ब्लास्ट कर दिया था। किराए पर ली गई टेस्ला साइबरट्रक से इस शख्स ने लास वेगास में ट्रम्प इंटरनेशनल होटल के बाहर आत्मघाती बम विस्फोट की घटना को अंजाम देने के बाद खुद को गोली मार ली थी। इस घटना के बाद पूरे अमेरिका में हड़कंप मच गया था और अब जांच में कुछ चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है।

पुलिस जांच के दौरान एक नोट्स मिला, जिसमें लिखा गया था कि लिवेल्सबर्गर ने अपने कार्यों को “साथी सेवा सदस्यों, दिग्गजों और सभी अमेरिकियों” के लिए एक चेतावनी कहा और दावा किया कि देश का नेतृत्व “कमजोर और निकम्मे द्वारा किया जा रहा है, जो केवल खुद को समृद्ध करने के लिए काम करते हैं”। पुलिस ने यह भी कहा कि यह घटना असामान्य और सनसनीखेज है, लेकिन यह आत्महत्या का एक दुखद मामला प्रतीत होता है, जिसमें एक युद्ध अनुभवी व्यक्ति शामिल था, जो PTSD और अन्य समस्याओं से जूझ रहा था।

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लिवेल्सबर्गर ने अपने नोट्स में कहा, “यह कोई आतंकवादी हमला नहीं था। यह एक चेतावनी थी।” जांच में पता चला कि मैथ्यू लिवेल्सबर्गर, एक अमेरिकी सेना के विशेष बल का सिपाही है, जिसने लास वेगास में ट्रम्प इंटरनेशनल होटल के बाहर आत्मघाती बम विस्फोट को अंजाम दिया था। यह भी पता चला कि वह PTSD से ग्रसित था और कई समस्याओं से जूझ रहा था।

क्या होता है PTSD?

पोस्ट-ट्रॉमेटिक स्ट्रेस डिसऑर्डर (PTSD) एक मानसिक स्वास्थ्य स्थिति है जो किसी अत्यधिक तनावपूर्ण या भयावह घटना के कारण होती है। लक्षणों में पुरानी गंभीर घटनाओं को याद करना, बुरे सपने, गंभीर चिंता और घटना के बारे में बेकाबू विचार शामिल हो सकते हैं। यह स्थिति महीनों या वर्षों तक बनी रह सकती है, इसके कारण तीव्र भावनात्मक और शारीरिक प्रतिक्रियाएं हो सकती हैं।

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37 वर्षीय मैथ्यू लिवेल्सबर्गर ने 1 जनवरी को किराए पर ली गई टेस्ला साइबरट्रक के अंदर विस्फोटकों को रखकर विस्फोट कर दिया था और फिर खुद को गोली मार ली थी। विस्फोट में सात लोग घायल हो गए थे। उसने सेना की कुलीन ग्रीन बेरेट्स रेजिमेंट में 19 साल से ज्यादा समय तक काम किया। हाल ही में वह अपनी पत्नी से भी अलग हुआ था।

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Edited By

Avinash Tiwari

First published on: Jan 04, 2025 12:41 PM

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