Karachi Taliban Attack: तहरीक-ए-तालिबान (पाकिस्तान) के आतंकवादियों ने शुक्रवार को कराची पुलिस प्रमुख के कार्यालय पर धावा बोल दिया और आग लगा दी। जवाबी कार्रवाई करते हुए सुरक्षाबलों ने फायरिंग की जिसमें पांच आतंकवादियों समेत 9 लोगों की मौत हो गई।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, गोलीबारी में दो पुलिस कांस्टेबल, एक रेंजर्स कर्मी और एक नागरिक सहित चार अन्य लोग भी मारे गए और 17 घायल हो गए। स्थानीय मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, कम से कम आठ हथियारबंद आतंकवादी कराची में शरिया फैसल स्थित पुलिस प्रमुख के कार्यालय में घुस गए।
और पढ़िए –सीरिया पर इजरायल का मिसाइल अटैक, रिहाइशी इलाके को बनाया निशाना, 15 की मौत
जवाबी कार्रवाई में मार गिराए 5 आतंकी
एक वरिष्ठ सुरक्षा सूत्र ने बताया कि सुरक्षाबलों की कार्रवाई के दौरान पांच आतंकवादी मारे गए। उन्होंने कहा कि कुछ देर तक चली मुठभेड़ में तीन लोग मारे गए जबकि दो ने खुद को उड़ा लिया। जैसे ही सुरक्षा अधिकारियों ने पांच मंजिला इमारत को खाली कराने की कोशिश की, पुलिस प्रमुख के कार्यालय के अंदर से विस्फोटों की आवाज सुनाई दी। जोरदार विस्फोट से आसपास की इमारतों के शीशे टूट गए।
करीब चार घंटे तक इमारत को घेरे रखा गया। घटनास्थल के वीडियो में कई राउंड गोलियां चलने की आवाज सुनी जा सकती है। उधर, सिंध सरकार के प्रवक्ता मुर्तजा वहाब ने ट्विटर पर कहा कि वह इस बात की पुष्टि कर सकते हैं कि कराची पुलिस कार्यालय (केपीओ) की इमारत को खाली करा लिया गया है। उन्होंने कहा, “तीन आतंकवादियों को मार गिराया गया है।”
9 लोगों की मौत के अलावा कुल 17 लोग घायल
उन्होंने कहा कि दो पुलिसकर्मियों, रेंजरों के कर्मियों और एक नागरिक सहित चार अन्य लोगों की मौत हो गई, जबकि 17 अन्य घायल हो गए। स्थानीय मीडिया की रिपोर्टों के अनुसार, कम से कम आठ उग्रवादियों की ओर से हथगोले और ऑटोमैटिक बंदूकों का इस्तेमाल किया गया। हमले के बाद कराची पुलिस और पाकिस्तान रेंजर्स ने इलाके की घेराबंदी कर दी।
और पढ़िए –Spy Balloon Row: ‘फिर कभी ये नहीं होना चाहिए…’, अमेरिका ने चीन को दी चेतावनी
पुलिस प्रमुख के कार्यालय के बगल में स्थित सदर पुलिस स्टेशन भी हमले की चपेट में आ गया था। एसएचओ खालिद हुसैन मेमन ने कहा कि एक अज्ञात आरोपी ने कराची पुलिस कार्यालय के पास सदर पुलिस स्टेशन पर हमला किया। बता दें कि तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान ने हमले की जिम्मेदारी ली है। पिछले साल नवंबर में टीटीपी और सरकार के बीच युद्धविराम समझौते के टूटने के बाद से आतंकवादियों ने सुरक्षा बलों और प्रतिष्ठानों और यहां तक कि देश के विभिन्न हिस्सों में मस्जिदों और बाजारों पर भी हमले तेज कर दिए हैं।
और पढ़िए – दुनिया से जुड़ी अन्य बड़ी ख़बरें यहाँ पढ़ें