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364 लोगों की देखी मौत, मिसाइल हमले में बची; 22 साल की लड़की ने बर्थडे पर क्यों दे दी जान?

Israel Hamas Row: इजराइल की रहने वाली एक युवती ने अपने 22वें बर्थडे पर आत्महत्या कर ली। इस युवती की मौत के बाद भाई ने गंभीर आरोप लगाए हैं। भाई के अनुसार उसकी बहन इजराइल में हमास हमले के बाद मानसिक तौर पर परेशान थी। उसका इलाज चल रहा था। मामले के बारे में विस्तार से जानते हैं।

Edited By : Parmod chaudhary | Updated: Oct 21, 2024 22:35
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Shirel Golan

Israel Hamas War: नोवा फेस्टिवल में भाग ले चुकी एक युवती ने आत्महत्या कर ली है। युवती को अपने 22वें बर्थडे पर मृत पाया गया। युवती की पहचान शिरेल गोलान के तौर पर हुई है। उसके भाई इयाल गोलान ने गंभीर आरोप लगाए हैं। इयाल के अनुसार शिरेल इजराइल में हुए हमास के क्रूर हमले के बाद पोस्ट ट्रॉमेटिक स्ट्रेस डिसऑर्डर (PTSD) की बीमारी से जूझ रही थी। शिरेल गोलान का शव 20 अक्टूबर को पोरात में मिला है। यह इलाका उत्तर पश्चिम इजराइल के नेतन्या के करीब पड़ता है। इयाल के अनुसार उनकी बहन को पीटीएसडी नाम की बीमारी के लक्षण दिखने के बाद दो बार अस्पताल में एडमिट करवाया जा चुका था। लेकिन उसकी हालत में सुधार नहीं हुआ।

इजराइल ने उनकी मदद नहीं की

भाई ने सीधे तौर पर उसकी मौत के लिए इजराइल को जिम्मेदार ठहराया है। युवक का दावा है कि बहन को इजराइल से कोई मदद नहीं मिली। डेली मेल की रिपोर्ट के अनुसार युवक ने कहा कि अगर बहन को समय रहते इजराइल से मदद मिल जाती तो शायद वह आज जिंदा होती। इजराइल की वजह से उसकी बहन एक बार नहीं, बल्कि दो बार मरी है। एक बार पिछले साल अक्टूबर में मानसिक तौर पर, दूसरी बार आज अपने बर्थडे पर। आपको बता दें कि शिरेल गोलान अपने साथी के साथ नोवा उत्सव में भाग लेकर चर्चा में आई थी।

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नोवा उत्सव का आयोजन पिछले साल दक्षिणी इजराइल में किया गया था। आयोजन के दौरान हमास आतंकियों ने किबुत्ज टीम पर हमला किया था। जिसमें 364 लोगों की मौत हो गई थी। शिरेल और उसके साथी ने घंटों तक झाड़ियों में छिपकर जान बचाई थी। मिसाइलों से भी हमला किया जा रहा था। हमले में शिरेल जैसे 11 और भी लोग थे। जिनको आतंकी बंधक बनाकर ले जाना चाहते थे। लेकिन इन लोगों ने कार में सवार होने से इन्कार कर दिया था। जिसके बाद सभी लोगों को मौत के घाट उतार दिया गया था।

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पुलिसवाले ने बचाई थी 200 लोगों की जान

शिरेल और उसके दोस्त की जान रेमो सलमान एल होजायेल नामक एक पुलिसकर्मी ने बचाई थी। इस अधिकारी ने बहादुरी के साथ 200 और लोगों को भी बचाया। उसके बाद से ही शिरेल PTSD से जूझ रही थी। नरसंहार की यादें उसका पीछा नहीं छोड़ रही थीं। इयाल के अनुसार परिवार ने बहन की देखभाल का पूरा प्रयास किया। यही नहीं, बेटी की देखभाल के लिए मां को समय से पहले रिटायरमेंट लेना पड़ा। भाई ने कहा कि उन लोगों ने कभी शिरेल को अकेला नहीं छोड़ा। सिर्फ वे आज ही उससे थोड़ा दूर हुए, बहन ने मौका देख आत्महत्या कर ली।

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Edited By

Parmod chaudhary

First published on: Oct 21, 2024 10:35 PM

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