Israel Hamas War Latest News: 7 अक्टूबर को हमास ने इजराइल पर अचानक हमला कर दिया। तभी से दोनों के बीच वीभत्स जंग जारी है। जंग के दौरान कई चौंकाने वाले और घिनौने मामले भी सामने आए हैं। युद्ध में प्रभावित लोगों की मदद के लिए इजराइल की ओर से यूनिट 669 को तैनात किया गया है। ये यूनिट गुमनाम रहते हुए इजराइल के घायलों की मेडिकल मदद कर रही है। इस समूह की जी (G) का नाम दिया गया है।
7 अक्टूबर के शुरुआती घंटों में इजराइल की एक विशेष बचाव इकाई ‘यूनिट 669’ के एक अर्धसैनिक को दक्षिणी इजराइल में नागरिकों को बचाने के लिए बुलाया गया था। ये वो पैरामेडिक यूनिट है जो गुमनाम रहती है और इसे ‘जी’ कहा जाएगा। कहा कि उसने फिलिस्तीनी आतंकवादी समूह हमास की इजराइल में घुसपैठ अपनी आंखों से देखी है।
हमास के आतंकी ‘बर्बर जंगली’
इंडिया टुडे टीवी की एक रिपोर्ट में बताया गया है कि ‘जी’ ने हमास के आतंकियों द्वारा एक नाबालिग लड़की के साथ पहले रेप किया फिर उसे मार डाला। उन्होंने कहा कि हमास के आतंकियों ने ऐसा कई लड़कियों के साथ किया है। घटना के बाद इजराइल की इस यूनिट ने हमास के आतंकियों को बर्बर जंगली करार दिया है।
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इजराइल पर तीन ओर से किया था हमला
उन्होंने कहा कि गाजा, ईरान और हिजबुल्लाह के तीन-तरफा हमले के संभावित खतरे से दक्षिणी इजराइल में स्थिति और जटिल हो गई है। इन चुनौतियों के बावजूद ‘जी’ ने कहा कि वह और उनके साथी पैरामेडिक्स अपने देश की रक्षा और मदद के लिए प्रतिबद्ध हैं। जी ने कहा कि इजराइल हमेशा शांति का प्रतीक रहा है और इसके लिए बलिदान देने को तैयार है। उन्होंने सवाल किया कि क्या अन्य देश प्रतिशोध के बिना वर्षों तक मिसाइल बमबारी बर्दाश्त करेंगे।
ये है इजराइल की यूनिट 669
जी ने यह भी दावा किया है कि ईरानी सरकार हमास पर शांति कायम करने के लिए दबाव बनाएगी। उन्होंने आतंकवाद से लड़ने और निर्दोष नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में अंतरराष्ट्रीय सहयोग के महत्व पर प्रकाश डाला। बताया गया है कि यूनिट 669 विशेष रणनीति बचाव इकाई के रूप में जाना जाता है और इजराइल की प्रमुख विशेष बल इकाइयों में से एक है।
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