israel hamas war jordan withdraws ambassador from tel aviv latest updates news gaza strip: गाजा पट्टी में इजरायली हमलों के विरोध में जार्डन ने बड़ा कदम उठाया है। कोलंबिया और चिली के बाद जार्डन ने भी तेल अवीव से अपने राजदूत को वापस बुला लिया है। बता दें कि बोलीविया पहले ही इजराइल से अपने राजनीतिक संबंध तोड़ चुका है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, इजराइल के हमलों के बाद गाजा में हुई मौतों से नाराज जार्डन ने राजदूत को वापस बुलाने का फैसला किया है। जार्डन के विदेश मंत्री अयमान अल-सफादी ने तेल अवीव में मौजूद राजदूत रसन अल-माजली को अम्मान लौटने को कहा। विदेश मंत्री ने कहा कि इजराइल की ओर से गाजा पर हो रहे हमले की निंदा की जानी चाहिए।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक बयान जारी कर जार्डन के विदेश मंत्री ने लिखा- हमने इजराइल से अपने राजदूत को वापस बुला लिया और उसे (इजराइल) सूचित किया कि वह गाजा पर उसके अमानवीय युद्ध के विरोध में अपने दूत को दोबारा अम्मान न भेजे। विदेश मंत्री की ओर से कहा गया कि इजराइल के हमले में हजारों निर्दोष फिलिस्तीनी नागरिक मारे गए, ये मानवीय तबाही का कारण बन रहा है, जो आने वाली पीढ़ियों को परेशान करेगा।
We recalled our ambasaador from Israel & informed it not to resend its envoy in protest against its inhumane war on Gaza that’s killed thousands of Palestinian civilians, is causing a humanitarian catastrophe that’ll haunt generations to come & is threatening regional security. https://t.co/zTJSaAnXBp
---विज्ञापन---— Ayman Safadi (@AymanHsafadi) November 1, 2023
जार्डन के फैसले पर इजराइल ने भी दी प्रतिक्रिया
जार्डन के इस फैसले के कुछ देर बाद इजराइल की ओर से भी प्रतिक्रिया जारी की गई। इजराइली विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लियोर हयात ने एक्स पर एक पोस्ट कर कहा कि हमें जार्डन के इस फैसले पर खेद है। पोस्ट में कहा गया कि इज़राइल का ध्यान हमास की ओर से थोपे गए युद्ध पर है, एक आतंकवादी संगठन जिसने 1400 इज़राइलियों का नरसंहार किया और 240 महिलाओं, बच्चों, शिशुओं और बुजुर्गों का अपहरण कर लिया। इजराइल हमास के आतंकवादियों और इस संगठन के आतंकवादी ढांचे को निशाना बना रहा है, जो गाजा पट्टी के नागरिकों को मानव ढाल के रूप में इस्तेमाल करता है।
बता दें कि मिस्र और सऊदी अरब के विदेश मंत्रालयों ने भी इजराइली हमलों की निंदा की है। मिस्र ने हवाई हमले को अमानवीय और अंतरराष्ट्रीय कानून का घोर उल्लंघन बताया है।
Israel regrets the Jordanian government's decision to recall its ambassador for consultations.
The State of Israel is focused on the war imposed on it by the murderous terrorist attack by Hamas, a terrorist organization that massacred 1400 Israelis and kidnapped 240 women,… pic.twitter.com/JQmrBrWsRB— Lior Haiat 🇮🇱🎗️ (@LiorHaiat) November 1, 2023
इजराइल-हमास के बीच 7 अक्टूबर से जारी है जंग
बता दें कि इजराइल-हमास के बीच पिछले 7 अक्टूबर से जंग जारी है। 7 अक्टूबर को हमास की ओर से इजराइल पर ताबड़तोड़ रॉकेट दागे गए थे, जिसके बाद इजराइल ने जवाबी कार्रवाई की थी, जो अब तक जारी है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इजराइल-हमास जंग के बीच मरने वालों की संख्या 8 हजार से ज्यादा हो गई है, जबकि गाजा के अब तक 20 लाख से अधिक लोगों ने पलायन कर लिया है।