Israel-Hamas ceasefire: हमास और इजराइल के बीच चल रहा युद्ध अब थम गया है। इजराइल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू के कार्यालय ने एक्स पर पोस्ट कर बताया कि गाजा में युद्ध विराम लागू हो गया है। कार्यालय ने बताया कि युद्ध विराम तीन घंटे की देरी से लागू हुआ क्योंकि हमास ने बंधकों की लिस्ट सौंपने में देरी की थी। पीएम ने पोस्ट में बताया कि इजराइल को बंधकों की लिस्ट मिल गई है, फिलहाल इसकी सिक्योरिटी जांच की जा रही है।
बता दें कि इजराइल और हमास के बीच पिछले एक साल से अधिक समय तक चली जंग पर रोक लगाने के लिए अमेरिका से लेकर यूरोप के कई देशों ने प्रयास किए, लेकिन हर बार नतीजा सिफर रहा। इस बार सीजफायर का ऐलान स्वयं पीएम नेतन्याहू ने किया है। यह सीजफायर चरणबद्ध तरीके से लागू किया जाना है। समझौते के अनुसार पहले बंधकों की रिहाई होनी है। 33 इजराइली अभी भी हमास की कैद में हैं। इनमें से तीन की रिहाई आज ही होनी है। इनके नाम हमास ने इजराइल को सौंपे हैं।
7 अक्टूबर को बनाया था बंदी
इजराइल और हमास के बीच युद्ध विराम का पहला चरण रविवार सुबह 8ः30 बजे से लागू होना था। इजराइली मीडिया के अनुसार हमास ने बंधकों की लिस्ट देने में देरी की। पहले दिन तीन महिला बंधकों को रिहा किया जाना है। इससे पहले इजराइली सेना ने बमबारी की और हमास के ठिकानों को तबाह कर दिया।हमास की कैद से छूटने वालों में एक बंधक रोमी गोनेन भी शामिल हैं। इंडिया टुडे में टाइम्स ऑफ इजराइल के हवाले से छपी खबर के अनुसार एक इंस्टग्राम पोस्ट में रोमी के भाई ने बताया कि आज मेरी बहन भी रिहा होन वाली है। नोवा फेस्टिवल से हमास के लड़कों ने 7 अक्टूबर 2023 को बंदी बना लिया था।
हमास और इजराइल में सीजफायर लागू होने के साथ ही नेतन्याहू सरकार में शामिल फार राइज पार्टी के सदस्यों ने इस्तीफा दे दिया है। पार्टी की ओर से बयान जारी कर बताया गया कि अब उनकी पार्टी सरकार का हिस्सा नहीं है, क्योंकि सरकार ने हमास के सामने घुटने टेके हैं। इजराइल का जो मकसद था वो अभी पूरा नहीं हुआ है। इजराइल का मकसद हमास को मिटाना था।