इजरायल और ईरान के बीच युद्ध चल रहा है। इस बीच इजरायल के प्रधानमंत्री Benjamin Netanyahu ने देश में चुनाव कराने का ऐलान किया है। माना जा रहा है कि Netanyahu इस चुनाव से देश में अपनी लोकप्रियता का पता लगाना चाहते हैं। इजरायली प्रधानमंत्री ने इस पर अपने मंत्रियों और अधिकारियों से विचार विमर्श भी कर लिया है।
अमेरिकी समर्थन से मजबूत हुए Netanyahu
ईरान से युद्ध के बीच अमेरिका ने इजरायल का साथ दिया है। अमेरिका ने Netanyahu का साथ देते हुए ईरान के 3 परमाणु केंद्रों पर हमला कर उसे बर्बाद कर दिया। इससे इजरायली प्रधानमंत्री अपने देश में एक बार फिर लोकप्रिय हो गए हैं। इसके बाद भी Netanyahu देश में चुनाव कराए जाने का विचार कर रहे हैं। उन्हें डर है कि देश में उनकी लोकप्रियता घटी है। वह चुनाव कराकर अपने देश की जनता का मूड जानना चाहते हैं।
हमास के हमले से कमजोर हुए थे Netanyahu
हमास ने 7 अक्टूबर 2023 को इजरायल में हमले किए थे। इस हमले में 1200 इजरायली नागरिक मारे गए थे। जबकि हमास ने 250 से ज्यादा लोगों को बंधक बनाया लिया गया था। इस घटना के बाद से पीएम नेतन्याहू के नेतृत्व पर सवाल उठने लगे थे। इजरायली लोगों ने हमास के इस हमले के पीछे नेतन्याहू को जिम्मेदार माना था।