How Dangerous Iran Sejil Missile: इजराइल के बीच बढ़ते तनाव के बीच ईरान ने पहली बार अपनी स्वदेशी बैलिस्टिक मिसाइल ‘सेजिल’ को युद्ध में उतार दिया। ‘ऑपरेशन ट्रू प्रॉमिस 3’ के तहत इस हमले को इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड्स कोर (IRGC) ने इजराइल को स्पष्ट सैन्य और रणनीतिक संदेश के रूप में अंजाम दिया। सेजिल मिसाइल कोई साधारण हथियार नहीं है। ठोस ईंधन आधारित मध्यम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल (MRBM) है, जिसकी मारक क्षमता 2,000 से 2,500 किलोमीटर तक मानी जाती है। यानी, इसे अगर ईरान के नतांज़ जैसे शहर से दागा जाए, तो यह महज़ 7 मिनट में इजराइल के प्रमुख शहर तेल अवीव को निशाना बना सकती है।
यह भी पढ़ें:‘ईरान के परमाणु ठिकाने ध्वस्त नहीं कर सकता इजरायल’, जानें डोनाल्ड ट्रंप ने क्यों दिया ऐसा बयान?
युद्ध में पहली बार इस्तेमाल, इजरायल के शहरों को भारी नुकसान
ईरान ने पहली बार इजरायल के खिलाफ सेजिल मिसाल का इस्तेमाल किया। दक्षिणी इजरायल के शहर बीरशेबा में इस मिसाइल के हमले से काफी नुकसान पहुंचा। रिहाइशी बिल्डिंगों के अलावा अस्पतालों को भी निशाना बनाया गया था। ईरान ने दो अन्य मिसाइलों की मदद से तेल अवीव के पास इस हमले को अंजाम दिया। वहीं, भारत में ईरान के दूतावास ने एक्स अकाउंट पर पोस्ट शेयर करते हुए कहा कि सेजिल मिसाइल ईरान के शक्तिशाली हथियारों में से एक है जो काफी दूर से भी लक्षय को भेदने की क्षमता रखती है।
This is Sejil or Sejjil, an Iranian solid-fueled medium range ballistic missiles. https://t.co/QMpM5ZezUk
---विज्ञापन---— Iran in India (@Iran_in_India) June 19, 2025
सेजिल मिसाइल की खासियतें
35 साल पहले सेजिल मिसाइल को ईरान ने खुद विकसित किया। 13 नवंबर 2008 को इसका पहला सफल परीक्षण हुआ। पूरी तरह स्वदेशी तकनीक पर निर्मित इस मिसाइल की सबसे बड़ी खासियत यह है कि सॉलिड फ्यूल के कारण इसे तुरंत लॉन्च किया जा सकता है और छिपाना आसान है। इसकी रेंज लगभग 2,000 से 2,500 किलोमीटर है। इस मिसाइल में 500 से 700 किलोग्राम विस्फोटक ले जाने की क्षमता है, यानि इसमें परमाणु ले जाने की संभावित क्षमता है। इसकी स्पीड करीब 6,000 किमी/घंटा बताई जा रही है। कुछ इसे ज्यादा भी बता रहे हैं।
10 मीटर के दायरे में निशाना लगाने की क्षमता भी इसकी खासियतों में शामिल है। रोड-मोबाइल और वर्टिकल लॉन्च सिस्टम इसे गतिशील और रडार से बचने में सक्षम बनाता है। यह किसी भी इजरायल के आयरन डोम जैसे मिसाइल डिफेंस सिस्टम को चकमा देने में मदद करती है। ईरान का दावा है कि यह पूरी तरह स्वदेशी तकनीक से निर्मित है, हालांकि इसकी कुछ विशेषताएं रूस की इस्कैंडर मिसाइल से मिलती-जुलती हैं।
यह भी पढ़ें:‘पाकिस्तान क्या कोई देश मुझे नोबल प्राइज नहीं दिला सकता’, US प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रंप का दर्द छलका
क्या सेजिल मिसाइल भविष्य में बड़े खतरे का संकेत है?
इजराइल का दावा है कि उनकी डिफेंस फोर्स (IDF) ने इस मिसाइल को सफलतापूर्वक इंटरसेप्ट कर लिया। इसके बावजूद, सेजिल का उपयोग एक स्पष्ट संकेत है कि ईरान अब अपने रणनीतिक हथियारों को संघर्ष में शामिल करने से परहेज़ नहीं कर रहा। विश्लेषकों का मानना है कि सेजिल मिसाइल का इस्तेमाल न केवल मध्य पूर्व की सामरिक स्थिरता को चुनौती देता है, बल्कि बड़ी शक्तियों को भी अपनी सुरक्षा नीति पर पुनर्विचार करने पर मजबूर कर सकता है।