Indian Students Deported from America and Canada : साल 2022-23 में अमेरिका से करीब 28 भारतीय छात्रों को डिपोर्ट किया गया। भारतीय अधिकारियों के लिए चिंता की वजह बनी यह समस्या केवल अमेरिका तक ही सीमित नहीं रही। कनाडा से भी भारतीय नागरिकों, खास कर छात्रों को डिपोर्ट किया गया था।
यह ऐसे समय में हुआ है जब अमेरिका में पोस्ट ग्रेजुएशन की पढ़ाई कर रहे भारतीय छात्रों की संख्या में 63 प्रतिशत का इजाफा हुआ है। एक ताजा रिपोर्ट के अनुसार ऐसे छात्रों की संख्या अब 1.65 लाख हो गई है।
इसे लेकर केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन ने पिछले सप्ताह लोकसभा में कहा था कि केंद्र सरकार इसे लेकर अमेरिकी अधिकारियों के सामने लगातार यह मुद्दा उठा रही है। हमारा लक्ष्य वैध स्टूडेंट वीजा रखने वाले छात्रों के लिए निष्पक्षता सुनिश्चित करना है।
क्या है डिपोर्ट करने का कारण
मुरलीधरन के अनुसार कनाडा से भारतीय छात्रों को डिपोर्ट करने का एक मुख्य कारण वहां के शिक्षण संस्थानों के सामने फर्जी एडमिशन लेटर पेश करना रहा है। उन्होंने कहा कि कुछ एजेंट फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल करके ऐसे छात्रों को विदेश भेज रहे हैं।
उन्होंने आगे कहा कि मंत्रालय ऐसे एजेंट्स की पहचान करने और उनके खिलाफ कार्रवाई करने के लिए पंजाब सरकार के साथ मिलकर सक्रियता से कदम उठा रही है। केंद्र ने प्रभावित छात्रों को लेकर कनाडा के अधिकारियों से भी संपर्क किया है औप निष्पक्ष व मानवीय दृष्टिकोण अपनाने का अनुरोध किया है।
छात्रों की नहीं एजेंट्स की गलती
केंद्रीय मंत्री ने कहा था कि यह गलती छात्रों की नहीं बल्कि ऐसे एजेंट्स की है। केंद्र के इन प्रयासों के चलते कुछ भारतीय छात्रों को उनके डिपोर्टेशन नोटिस या टेम्परेरी वीजा पर स्टे मिल गया है। उन्होंने कहा था कि सक्रिय डिप्लोमैटिक इंगेजमेंट की वजह से कनाडा से डिपोर्ट किए जा रहे कई भारतीय नागरिकों को भी राहत मिली है।