India-Canada Row, नई दिल्ली: कनाडा में खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर के कत्ल के बाद से उपजे भारत और कनाडा के विवाद में एक नया मोड़ आ गया है। भारत सरकार की तरफ से अख्तियार किए गए सख्त रवैये के बाद अब देशविरोधी ताकतों ने कनाडा को छोड़ना शुरू कर दिया है। हालांकि यहां से अमेरिका शिफ्ट हो गए कई बड़े अपराधी अब अमेरिका में बैठकर देशविरोधी गतिविधियां चला रहे हैं। यही वजह है कि अब इंटरपोल इन खालिस्तानी आतंकियों पर नजर रखे हुए है। हाल ही में इंटरपोल ने हरियाणा के योगेश कादयान नामक एक बदमाश के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया है।
अर्शदीप डल्ला और बिश्नोई गैंग में टकराव की आशंका
सूत्रों के मुताबिक आपराधिक साजिश, हत्या के प्रयास और शस्त्र अधिनियम के तहत कई मामलों में वांटिड हरियाणा के झज्जर जिले के रहने वाले सिर्फ 19 साल के योगेश कादियान ने भी भारत से भागकर अमेरिका में शरण ली है। गैंगस्टर-आतंकवादी नेटवर्क पर एनआईए की कार्रवाई के बाद कई गैंगस्टर या तो भूमिगत हो गए हैं या योगेश कादियान जैसे फर्जी पासपोर्ट पर भारत से भाग गए हैं। योगेश के पास आधुनिक हथियार चलाने का प्रशिक्षण है। इतना ही नहीं अर्शदीप डल्ला के सरगना लॉरेंस बिश्नोई का भाई अनमोल बिश्नोई भी इन दिनों अमेरिका के कैलिफोर्निया में इस गैंग को चला रहा है। ऐसे में अर्श डल्ला और बिश्नोई गैंग के बीच गैंगवार की आशंका है।
यह भी पढ़ें: क्या भारत के खिलाफ जंगी तैयारी कर रहा चीन-पाकिस्तान? लड़ाकू विमान-युद्धपोत लेकर निकला ड्रैगन
भारत सरकार ने खालिस्तानी आतंकियों पर नकेल कस दी है
सूत्रों के मुताबिक पिछले कुछ दिनों से भारत सरकार ने खालिस्तानियों के रवैये को लेकर कनाडा के प्रति सख्त रुख अपनाया हुआ है और भारत की सभी जांच एजेंसियां भारत में खालिस्तानी नेटवर्क को खत्म करने में लगी हुई हैं। इसके बाद से खालिस्तानी आतंकियों में दहशत का माहौल है। दूसरी ओर भारत सरकार कनाडा के आतंकवादियों के प्रति नरम रुख के खिलाफ फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स में अपील करने की योजना बना रही है। फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स मनी लॉन्ड्रिंग और आतंकवाद के वित्तपोषण जैसे मुद्दों पर नजर रखती है। यदि कोई देश इसके नियमों का उल्लंघन करता है तो यह संगठन उस पर प्रतिबंध लगाता है।
यह भी पढ़ें: एक देश, जो औलाद के लिए तरसा; 3 महीने में नहीं हुई एक भी डिलीवरी, आई इमरजेंसी की नौबत
कनाडा और भारत के बीच तनाव
यहां बता दें कि कनाडा के प्रधानमंत्री ट्रूडो ने कनाडाई संसद में कहा था कि खालिस्तानी आतंकी निजहर की हत्या में भारतीय एजेंट शामिल हैं। हालांकि कनाडाई प्रधान मंत्री अपने बयान के समर्थन में कोई सबूत नहीं दे सके। इसके बाद भारत और कनाडा के रिश्तों में तनाव आ गया। इसके बाद भारत सरकार ने कनाडा के लिए वीजा जारी करना निलंबित कर दिया था, हालांकि हाल ही में भारत ने अपने फैसले में संशोधन किया और कुछ मामलों में वीजा निलंबन वापस लेने का फैसला किया।