नई दिल्ली: पाकिस्तान के आंतरिक मंत्री राणा सनाउल्लाह ने पूर्व प्रधान मंत्री इमरान खान को सत्तारूढ़ पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) का “दुश्मन” बताया है। उन्होंने कहा कि पूर्व पीएम देश की राजनीति को उस बिंदु पर ले गए हैं जहां या तो उनकी हत्या होगी या हमारी।
समाचार एजेंसी प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान मुस्लिम लीग (एन) (पीएमएल-एन) के वरिष्ठ नेता की टिप्पणी ने राजनीतिक हलकों, विशेष रूप से इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के बीच खलबली मचा दी। सनाउल्लाह पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के करीबी माने जाते हैं।
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‘या तो इमरान खान या हम मारे जाएंगे’
रविवार को कुछ निजी टीवी चैनलों से बात करते हुए सनाउल्लाह ने कहा, ‘या तो इमरान खान या हम मारे जाएंगे। वह अब देश की राजनीति को उस मुकाम पर ले गए हैं जहां दोनों में से एक ही रह सकता है- पीटीआई या पीएमएलएन। पीएमएलएन का पूरा अस्तित्व खतरे में है और हम उसके साथ हिसाब बराबर करने के लिए उसके खिलाफ किसी भी हद तक जा सकते हैं। खान ने राजनीति को दुश्मनी में बदल दिया है। खान अब हमारे दुश्मन है और उसके साथ ऐसा ही व्यवहार किया जाएगा।”
इमरान खान पर हुआ था हमला
पिछले साल नवंबर में वजीराबाद में एक रैली के दौरान इमरान खान पर हमला किया गया था। उस हमले पर इमरान खान ने हत्या के प्रयास के पीछे राणा सनाउल्लाह पर शक किया। उन्होंने हत्या की साजिश में उनकी भूमिका के लिए प्राथमिकी के लिए एक आवेदन में प्रधान मंत्री शहबाज शरीफ और एक वरिष्ठ आईएसआई अधिकारी के नामों का भी उल्लेख किया था।
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पीटीआई ने सुप्रीम कोर्ट से इस पर संज्ञान लेने का भी आग्रह किया
सनाउल्लाह के बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए पीटीआई नेता और पूर्व संघीय सूचना मंत्री फवाद चौधरी ने कहा, “यह पीएमएलएन गठबंधन सरकार से खान के लिए सीधा जान का खतरा है।” पीटीआई ने सुप्रीम कोर्ट से इस पर संज्ञान लेने का भी आग्रह किया है क्योंकि यह खान की जान को खुला खतरा है।
पूर्व मंत्री शिरीन मजारी ने एक ट्वीट में कहा, अगर किसी को खान के प्रति सनाउल्लाह की जानलेवा मंशा के बारे में कोई संदेह है। यह सीधे तौर पर बदमाशों के काफिले के गृह मंत्री की ओर से दी गई धमकी है। न्यायपालिका को ध्यान देना चाहिए। पीटीआई ने कहा कि उसने अतीत में कभी नहीं देखा कि एक सत्तारूढ़ दल ने खुले तौर पर पाकिस्तान के एक लोकप्रिय नेता को खत्म करने की घोषणा की।
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