नेपाल में चल रहे हिंसक प्रदर्शन पर चीन ने पहली बार प्रतिक्रिया दी है। प्रदर्शन के तीसरे दिन चीन ने नेपाल के घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए नेपाल को मित्र पड़ोसी बताया। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिन जियान ने उम्मीद जताई कि नेपाल में सभी पक्ष अपने मुद्दों को सही ढंग से सुलझा लेंगे और जल्द ही राजनितिक और सामाजिक स्थिरता बहाल हो जाएगी। प्रवक्ता ने यह भी बताया कि नेपाल में रह रहे चीनी नागरिकों को सुरक्षा को लेकर सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
कांसुलर सुरक्षा आपातकालीन सिस्टम एक्टिव किया
प्रेस वार्ता में प्रवक्ता लिन जियान से पूछा गया कि नेपाल में वर्तमान में कितने चीनी नागरिक हैं, चीनी विदेश मंत्रालय उन्हें क्या सलाह दे रहा है और क्या निकासी की कोई योजना है। इस पर जवाब देते हुए जियान ने कहा कि अभी तक किसी भी चीनी नागरिक के हताहत होने की कोई सूचना नहीं मिली है। नेपाल में विरोध प्रदर्शनों के बाद, विदेश मंत्रालय और नेपाल स्थित चीनी दूतावास ने तुरंत कांसुलर सुरक्षा आपातकालीन सिस्टम को एक्टिव कर दिया गया है। नेपाली अधिकारियों से चीनी नागरिकों और संस्थानों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का अनुरोध किया। कहा कि दूतावास चीनी नागरिकों और संस्थानों के साथ निकट संपर्क बनाए हुए है, उन्हें सुरक्षा सावधानियों और आपातकालीन उपायों के बारे में मार्गदर्शन दे रहा है, और जरूरतमंदों को सक्रिय रूप से सहायता प्रदान कर रहा है।
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पीएम मोदी ने भी की थी शांति की अपील
पीएम मोदी ने 9 सितंबर को नेपाल में हिंसक प्रदर्शन पर अपनी प्रतिक्रिया दी थी। उन्होंने नेपाली में नेपाल के लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की थी। पीएम मोदी ने कहा था कि युवाओं की मृत्यु से मुझे गहरा दुःख हुआ है। नेपाल की स्थिरता, शांति और समृद्धि सर्वोपरि है। मैं नेपाल के सभी भाइयों और बहनों से विनम्रतापूर्वक शांति और व्यवस्था बनाए रखने की अपील करता हूं।
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