Nail Fungal Infection : अगर आप पार्लर जाते हैं तो सावधान हो जाएं। चार साल के एक बच्चे की अंगुली काटनी पड़ी। पिता नेल फंगल इंफेक्शन के इलाज के लिए बेटे को फुट मसाज पार्लर ले गए। पार्लर वाले ने नाखून में एक क्रीम लगाई, जिससे अंगुली काली पड़ गई। इसके बाद जब घरवाले उसे लेकर डॉक्टर के पास ले गए तो बच्चे की अंगुली काटनी पड़ गई। आइए जानते हैं कि क्या है पूरा मामला?
चीन में लिन नामक एक बच्चे को उसके बाएं हाथ के नाखून में पिछले साल जुलाई में फंगल इंफेक्शन हो गया था, जिसे लेकर घरवाले काफी परेशान थे। पिता ने इसका इलाज कराने का फैसला किया और बेटे को चीन के चोंगकिंग में स्थित एक फुट मसाज पार्लर ले गए। पार्लर वाले ने दावा किया कि उसके पास नेल रिमूवर क्रीम है, जिससे फंगल इंफेक्शन ठीक हो जाएगा।
यह भी पढ़ें : ‘खतरनाक’ समुद्री तूफान तबाही लाया; Milton फ्लोरिडा के तट से टकराया, जानें कैसे हैं हालात?
क्रीम लगाने से काली पड़ गई थी अंगुली
पार्लर वाले ने बच्चे के संक्रमित नाखून पर क्रीम लगाई और उसे इलास्टिक बैंडेज से बांध दिया। उन्होंने इस इलाज के लिए 86 अमेरिकी डॉलर (7,221.34 रुपये) का चार्ज किया। दो दिन बाद पिता ने बैंडेज खोलकर देखा तो उसके बेटे की अंगुली काली पड़ गई है। वह उसे अस्पताल ले गया, जहां डॉक्टरों ने कहा कि संक्रमण से बचने के लिए लिन की अंगुली को काटना पड़ेगा।
यह भी पढ़ें : एक ‘खोपड़ी’ से इस राज्य में मचा बवाल, विदेश मंत्रालय तक पहुंची बात, 7500 किलोमीटर दूर हुआ एक्शन
कंज्यूमर काउंसिल ने ठोंका 19 लाख का हर्जाना
बेटे की अंगुली कटने के बाद पिता ने पार्लर वाले से 29,000 अमेरिकी डॉलर (24,35,160 रुपये) से अधिक मुआवजे की मांग की, जिसे पार्लर मालिक ने देने से मना कर दिया। इस पर पिता ने फरवरी में स्थानीय जिला उपभोक्ता परिषद को केस किया। परिषद ने पाया कि नेल रिमूमिंग क्रीम फंगल इंफेक्शन की दवा नहीं है। कंज्यूमर काउंसिल ने बच्चे की विकलांगता के लिए पार्लर वाले को जिम्मेदार ठहराते हुए 23,000 अमेरिकी डॉलर (19,31,357 रुपये) का जुर्माना ठोंका।