Chandrayaan-3 Success Foreign Media Reactions: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) का चंद्र मिशन चंद्रयान-3 बुधवार शाम जैसे ही चांद की सतह पर उतरा, देश समेत विदेश में भारत की जय-जयकार होने लगी। चांद के साउथ पोल पर लैंडिंग करने वाला भारत पहला देश बन गया। चंद्रमा की सतह को छूने की उपलब्धि हासिल करने वाला भारत चौथा देश भी बन गया। भारत के चंद्रमा मिशन की सफलता ने वैश्विक सुर्खियां बटोरीं हैं। विदेशी मीडिया ने ISRO की ऐतिहासिक सफलता की जमकर सराहना की है।
न्यूयॉर्क टाइम्स, द गार्जियन, द वाशिंगटन पोस्ट और बीबीसी उन विदेशी मीडिया में शामिल हैं, जिन्होंने चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव (साउथ पोल) के पास चंद्रयान-3 की ऐतिहासिक लैंडिंग की सराहना की है।
![न्यूयॉर्क टाइम्स ने भारत और इसरो की जमकर तारीफ की।](https://akm-img-a-in.tosshub.com/indiatoday/styles/medium_crop_simple/public/2023-08/whatsapp_image_2023-08-23_at_18.54.55_1.jpeg?VersionId=KPUSRRIT9gkGrWx3N2t5G6x1wNMQ0E5F)
न्यूयॉर्क टाइम्स ने भारत और इसरो की जमकर तारीफ की।
बीबीसी ने लिखा है कि भारत ने इतिहास रच दिया है। ISRO का चंद्रमा मिशन चांद के दक्षिणी ध्रुव क्षेत्र में उतरने वाला पहला मिशन बन गया है।
![बीबीसी ने लिखा कि भारत के चंद्रयान-3 ने साउथ पोल पर लैंडिंग के बाद इतिहास रच दिया है।](https://akm-img-a-in.tosshub.com/indiatoday/styles/medium_crop_simple/public/2023-08/whatsapp_image_2023-08-23_at_18.54.56_1_0.jpeg?VersionId=IDXgoYh9agnV8JcHmz9sv_rxQUSW.a6G)
बीबीसी ने लिखा कि भारत के चंद्रयान-3 ने साउथ पोल पर लैंडिंग के बाद इतिहास रच दिया है।
द गार्जियन ने कहा कि चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग, भारत के स्पेस पावर के रूप में उभरने का प्रतीक है।
![द गार्जियन ने भी भारत की जमकर तारीफ की है।](https://akm-img-a-in.tosshub.com/indiatoday/styles/medium_crop_simple/public/2023-08/whatsapp_image_2023-08-23_at_18.54.53_2.jpeg?VersionId=UWKpxbMMRP2lm6In0kLWP43GWEjNduXw)
द गार्जियन ने भी भारत की जमकर तारीफ की है।
सीएनएन ने कहा कि चंद्रयान-3 की साउथ पोल पर सफलतापूर्वक लैंडिंग इतिहास में किसी भी अन्य अंतरिक्ष यान की तुलना में अलग है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि साउथ पोल एरिया को अंतरिक्ष यात्रा करने वाले देशों के लिए प्रमुख वैज्ञानिक और रणनीतिक रुचि का क्षेत्र माना जाता है। साइंटिस्ट्स का मानना है कि यहां पानी का भंडार हो सकता है।
बता दें कि मानव रहित चंद्रयान-3 शाम 6:04 बजे उतरा। चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग के बाद हजारों मील दूर भारत में मिशन को नियंत्रण करने वाले तकनीशियनों ने जमकर खुशी मनाई। इससे पहले चंद्रमा मिशन की सफलता को लेकर बुधवार को पूरे दिन वैज्ञानिकों के चेहरे पर अजीब बेचैनी साफ दिख रही थी।
उधर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दक्षिण अफ्रीका से एक लाइव प्रसारण में शामिल हुए और कहा कि भारत का सफल चंद्रमा मिशन सिर्फ भारत का नहीं है। यह सफलता पूरी मानवता की है।