Catholic Church women priests Pope Francis: क्या महिला पादरियों के लिए कैथोलिक चर्च दरवाजे खोलेगा? दरअसल, ये सवाल इसलिए क्योंकि पोप फ्रांसिस ने बुधवार को कैथोलिक चर्च के भविष्य पर एक बड़ी बैठक की। बैठक के बाद उम्मीद है कि नेतृत्व की भूमिकाओं में अधिक महिलाएं आएंगी। वहीं, इस बैठक के बाद रूढ़िवादी विचारधाराओं के लोगों का कहना है कि अगर चर्च में महिला पादरियों की एंट्री होती है तो फिर चर्च विभाजित हो सकता है।
पोप फ्रांसिस ने वेटिकन सिटी के सेंट पीटर स्क्वायर में एक विशाल प्रार्थना सभा की अध्यक्षता की और कहा कि चर्च में सुधार की जरूरत है, ताकि इसमें हर किसी के स्वागत के लिए जगह बनाई जाए, बिना किसी भय और विचारधारा से ग्रसित होकर।
कहा जा रहा है कि ये बैठक तीन सप्ताह चली है। बैठक को धर्मसभा का भी नाम दिया गया और कहा गया कि इस धर्मसभा की बैठक के बाद पहले कभी इस तरह का भय या फिर सकारात्मक रूप से आशा नहीं देखी गई।
कहा जा रहा है कि सभा ऐतिहासिक रही। एजेंडे में अधिक महिलाओं को चर्च में निर्णय लेने वाली भूमिकाओं में शामिल करने के लिए ठोस कदम उठाने का आह्वान किया गया है। बता दें कि महिलाओं की लंबे समय से शिकायत की है कि उन्हें चर्च में उचित स्थान नहीं मिलता है, उन्हें पादरी के पदों के लिए प्रतिबंधित कर दिया गया है, फिर भी वे चर्च के काम में बड़ी हिस्सेदारी के लिए जिम्मेदार हैं।