American Agency Alert Khalistani Terrorist Nijjar Murder: खालिस्तानी आतंकी निज्जर की हत्या को लेकर भारत-कनाडा विवाद इन दिनों सुर्खियों में है। इस बीच एक नया खुलासा हुआ है। अमरीकी न्यूज पोर्टल इंटरसेप्ट ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि अमरीकी खुफिया एजेंसी एफबीआई खालिस्तानियों के साथ संपर्क में थी। एजेंसी ने कई खालिस्तानियों को बताया कि उनकी जान को खतरा हो सकता है। हालांकि एजेंसियों ने खतरे का सोर्स नहीं बताया था।
खतरा किससे है यह नहीं बताया
बता दें कि निज्जर खालिस्तानी आतंकी संगठन टाइगर फोर्स का आतंकी था जिसे भारतीय जांच एजेंसी एनआईए ने बैन कर रखा है। अमरीकी सिख काॅक्स कमेटी के संचालक प्रीतपाल सिंह ने न्यूज पोर्टल इंटरसेप्ट को बताया कि कैलिफोर्निया के कई लोगों के पास एफबीआई का फोन आया था कि निज्जर की हत्या हो गई है। उन्होंने बताया कि एफबीआई के दो स्पेशल एजेंट्स मुझसे मिलने आए थे। उन्होंने बताया कि मेरी जान को खतरा है लेकिन किससे खतरा है यह नहीं बताया।
पर्दे के पीछे से सहयोग कर रहे सहयोगी देश
प्रीतपाल सिंह के अलावा दो अन्य सिखों ने बताया कि उनके पास एफबीआई एजेंट्स आए थे। अमरीकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने शुक्रवार को कहा कि वह निज्जर की हत्या की जांच में कनाडा की मदद कर रहे हैं। फिलहाल इन बातों से यही लगता है कि कनाडाई पीएम के इस आरोप के पीछे फाइव आइज अलायंस के देश भी शामिल थे जो पीछे से कनाडा के साथ मिलकर काम कर रहे हैं।
कनाडा में तैनात अमरीकी राजदूत डेविड कोहेन दावा किया कि फाइव आइज अलायंस की जानकारी के आधार पर ही कनाडा ने भारत पर निज्जर की हत्या के आरोप लगाए हैं। वहीं जवाबी कार्रवाई करते हुए भारत ने कनाडाई राजनयिकों को देश से निकाल दिया बल्कि उनकी वीजा सेवाएं भी सस्पेंड कर दी है।