नई दिल्ली: मध्य प्रदेश में बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन से ताल्लुक रखते भारतीय जनता पार्टी के विधायक मोहन यादव को मुख्यमंत्री की कुर्सी ऐसे ही नहीं मिली। उनके व्यक्तित्व में एक नहीं, बल्कि कई खूबियां हैं और इन्हीं खूबियों की वजह से वह इस मुकाम तक पहुंचे हैं। राज्य की सत्ता की बागडोर हाथ आते ही एक ओर जहां बधाइयों का दौर जारी है, वहीं इसी बीच एक वीडियो भी सोशल मीडिया लोगों को खूब लुभा रहा है। खास बात यह है कि यह वीडियो भी मुख्यमंत्री मोहन यादव की जिंदगी के एक अहम पहलू पर प्रकाश डालता है। वीडियो को देखकर कोई भी यह सहज ही कह सकता है कि वह राजनीति ही नहीं, बल्कि आत्मरक्षा में भी माहिर हैं।
Old video of new CM of Madhya Pradesh, Dr Mohan Yadav viral on SM
धर्मो रक्षति रक्षित:!!pic.twitter.com/AN5AjLkh7j---विज्ञापन---— Megh Updates 🚨™ (@MeghUpdates) December 11, 2023
ऐसा क्या है इस वीडियो में?
इस वीडियो में देखा जा सकता है कि एक कार्यक्रम में एकदम चकाचक सफेद कुर्ता-पायजाता और ऊपर काले रंग की सदरी जैकेट पहने मोहन यादव दोनों हाथों से तलवारें भांज रहे हैं। वीडियो को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर Megh Updates नामक हैंडलर से शेयर किया गया है और इसे यूजर्स फिलहाल बड़ी तेजी से पसंद करते हुए आगे बढ़ाने में लगे हैं। न्यूज 24 ने इस वीडियो की पड़ताल की तो पाया कि कुछ वक्त पहले वह रतलाम जिले में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) की तरफ से व्यायामशाला के कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने यहां उत्सव में शामिल लोगों को उस वक्त हैरान कर दिया था, जब अपने दोनों हाथों में तलवार उठाकर एकदम रौद्ररूप में लहराने लगे, मानो दुश्मनों के छक्के छुड़ाने के लिए युद्ध के किसी मैदान में उतरे हों।
पहले स्वयंसेवी, फिर विधायक और अब मुख्यमंत्री बने मोहन यादव
गौरतलब है कि मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने 230 में से 163 विधानसभा सीटों पर जीत हासिल की है और चुनाव परिणाम आने के एक हफ्ते बाद सोमवार को पार्टी ने विधायक दल के नेता के रूप में उज्जैन की दक्षिणी विधानसभा सीट से तीसरी बार जीते मोहन यादव के नाम पर मुहर लगाई है। मोहन यादव 1993 से 1995 तक आरएसएस उज्जैन के खंड कार्यवाहक रहे हैं। परिवार खेती से जुड़ा हुआ है, वहीं मोहन के राजनैतिक सफर पर बात करें तो 2013 में पहली बार विधायक बने। दूसरी बार 2018 में फिर चुने गए तो शिवराज सिंह के मुख्यमंत्री काल में मोहन के हाथ शिक्षा मंत्री की जिम्मेदारी थी। अब तीसरी बार जीते और मुख्यमंत्री बने मोहन यादव प्रदेश की कुल आबादी मे से 50 प्रतिशत का वजूद रखते अन्य पिछड़ा वर्ग से आते हैं और इस समुदाय के लिए एक बड़े चेहरे के रूप में छाप रखते हैं।
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