CM Mamata Banerjee and CJI DY Chandrachud: पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में ‘नेशनल ज्यूडिशियल एकेडमी’ के क्षेत्रीय सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस सम्मेलन में राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और CJI डी वाई चंद्रचूड़ एक दूसरे को नसीहत देते दिखाई दिए। ममता ने अपने संबोधन में न्यायपालिका को नसीहत देते हुए कहा कि न्यायपालिका को राजनीतिक रूप से निष्पक्ष, ईमानदार और पवित्र हो कर काम करना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि पश्चिम बंगाल में कुल 88 फास्ट-ट्रैक कोर्ट हैं। इसमें से 55 फास्ट-ट्रैक कोर्ट सिर्फ महिलाओं के लिए हैं।
इसके बाद, CJI डी वाई चंद्रचूड़ ने अपने संबोधन में कहा कि जब उन्हें यह कहा जाता है कि कोर्ट एक न्याय का मंदिर है, तब वह बोल नहीं पाते क्योंकि उन्हें लगता है कि कोर्ट अगर मंदिर है, तो उसके अंदर बैठे जज को भगवान की तरह देखा जाता है। उन्होंने कहा कि जजों की तुलना भगवान से करना खतरनाक है, जजों का काम भी आम लोगों की सेवा करना ही है।