भारत के मुख्य न्यायाधीश बीआर गवई और उनके परिवार को लेकर हाल ही शुरू हुई चर्चाएं अब एक बड़े विवाद का रूप ले चुकी हैं. सुप्रीम कोर्ट परिसर में हुई जूता फेंकने की घटना ने न केवल न्यायापालिका को झकजोर दिया बल्कि गवई परिवार को सामने आने और अपनी बात रखने के लिए मजबूर कर दिया है. परिवार ने इस घटना को संविधान पर हमला बताया और कहा कि इस तरह की घटना सिर्फ एक व्यक्ति को नहीं बल्कि पूरी न्याय व्यवस्था को चोट पहुंचाती हैं.
बीआर गवई की बहन ने कहा, भविष्य की पीढ़ियां हमें माफ नहीं करेंगी अगर हमने ऐसी गैरकानूनी हरकतों को रोकने के लिए कदम नहीं उठाए. यह सिर्फ किसी जज पर हमला नहीं है बल्कि संविधान पर हमला है. जो कोई भी संविधान के खिलाफ जाता है, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए.