Saturn in 8th House Negative Effect: जन्म कुंडली में कुल 12 भाव होते हैं, जिनमें समय-समय पर नवग्रह विराजमान होते हैं। 12 भावों का अपना महत्व होता है, जिनका प्रभाव सभी राशियों के ऊपर पड़ता है। कुंडली का 8वां भाव जीवन के विभिन्न पहलुओं को दर्शाता है, जिसमें व्यक्ति की आयु, स्वभाव, धन, सुख, बीमारी, और कर्म आदि शामिल है। कुछ ग्रहों का कुंडली के 8वें भाव में विराजमान होना अच्छा होता है, जबकि कुछ के कारण व्यक्ति को परेशानियों का भी सामना करना पड़ता है। खासकर शनि जब किसी व्यक्ति की कुंडली के 8वें भाव में स्थित होता है तो उसका नकारात्मक प्रभाव उनकी सेहत, सुख और धन पर पड़ता है। व्यक्ति का स्वभाव चिड़चिड़ा हो जाता है और वो आएदिन बीमार रहता है। इसके अलावा कुछ गंभीर बीमारियों के होने की संभावना बढ़ जाती है।
यदि आप जानना चाहते हैं कि कुंडली के 8वें भाव में शनि के विराजमान होने के कारण व्यक्ति को कौन-सी तीन गंभीर बीमारियों के होने का खतरा रहता है तो इसके लिए ऊपर दिए गए वीडियो को देखें।
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