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Video: 25 वर्ष की आयु के बाद होता है यमराज के नक्षत्र में जन्मे लोगों का भाग्योदय, जानें उपाय-सावधानियां?

Bharani Nakshatra: ज्योतिष शास्त्र में 12 राशियों और 27 नक्षत्रों का वर्णन किया गया है, जिनकी अपनी खासियत है। आज पंडित सुरेश पांडेय आपको यमराज के नक्षत्र भरणी में जन्मे लोगों की खासियत, उपाय और सावधानियों के बारे में विस्तार से बताने जा रहे हैं।

Written By : Pandit Suresh Pandey | Published By : Nidhi Jain | Updated: Aug 21, 2025 13:47
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Bharani Nakshatra: आमतौर पर लोग यमराज का नाम सुन डर जाते हैं क्योंकि इन्हें मृत्यु का देवता माना जाता है। वेदों में बताया गया है कि यमराज जीवों के कर्मों के अनुसार न्याय करते हैं और उन्हें उनका फल देते हैं। 12 राशियों में से किसी से भी यमराज का संबंध नहीं है, परंतु भरणी को यमराज का नक्षत्र माना जाता है। इस नक्षत्र में कोई भी शुभ कार्य नहीं करना चाहिए, नहीं तो व्यक्ति को नुकसान ही होता है। जिन लोगों का जन्म भरणी नक्षत्र में होता है, उनका भाग्योदय 25 वर्ष की आयु के बाद होता है। इससे पहले इन्हें सफलता मिलने की संभावना बहुत कम होती है।

भरण नक्षत्र में जन्मे लोगों को दुर्घटना से बड़ा नुकसान होता है। खासकर क्रूर ग्रहों की महादशा में या चंद्र, राहु और शनि की अंतर्दशा में शत्रु के कारण पीड़ा होती है। साथ ही चोरी का भय बना रहता है। जिन लोगों का जन्म भरण नक्षत्र में होता है, उन्हें समय-समय पर जरूरतमंद लोगों को तिल और धेनु का दान करना चाहिए। इससे उन्हें कष्टों से मुक्ति मिलती है। यदि आप भरणी नक्षत्र में जन्मे लोगों के बारे में और भी कुछ जानना चाहते हैं तो इसके लिए ऊपर दिए गए वीडियो को देखें।

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डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष शास्त्र पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।

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Edited By

Nidhi Jain

Reported By

Pandit Suresh Pandey

First published on: Aug 21, 2025 01:46 PM

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