Bharani Nakshatra: आमतौर पर लोग यमराज का नाम सुन डर जाते हैं क्योंकि इन्हें मृत्यु का देवता माना जाता है। वेदों में बताया गया है कि यमराज जीवों के कर्मों के अनुसार न्याय करते हैं और उन्हें उनका फल देते हैं। 12 राशियों में से किसी से भी यमराज का संबंध नहीं है, परंतु भरणी को यमराज का नक्षत्र माना जाता है। इस नक्षत्र में कोई भी शुभ कार्य नहीं करना चाहिए, नहीं तो व्यक्ति को नुकसान ही होता है। जिन लोगों का जन्म भरणी नक्षत्र में होता है, उनका भाग्योदय 25 वर्ष की आयु के बाद होता है। इससे पहले इन्हें सफलता मिलने की संभावना बहुत कम होती है।
भरण नक्षत्र में जन्मे लोगों को दुर्घटना से बड़ा नुकसान होता है। खासकर क्रूर ग्रहों की महादशा में या चंद्र, राहु और शनि की अंतर्दशा में शत्रु के कारण पीड़ा होती है। साथ ही चोरी का भय बना रहता है। जिन लोगों का जन्म भरण नक्षत्र में होता है, उन्हें समय-समय पर जरूरतमंद लोगों को तिल और धेनु का दान करना चाहिए। इससे उन्हें कष्टों से मुक्ति मिलती है। यदि आप भरणी नक्षत्र में जन्मे लोगों के बारे में और भी कुछ जानना चाहते हैं तो इसके लिए ऊपर दिए गए वीडियो को देखें।
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