छाया ग्रह केतु ने बीते दिनों सिंह राशि और उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र में गोचर किया है, जिसका सीधा प्रभाव कर्क राशिवालों के द्वितीय भाव में पड़ रहा है। 5 दिसंबर 2026 को शाम 7 बजकर 28 मिनट तक केतु सिंह राशि में ही रहेंगे। ऐसे में 5 दिसंबर 2026 तक केतु गोचर का प्रभाव कर्क राशिवालों की कुंडली के दूसरे भाव में पड़ेगा। ज्योतिष शास्त्र में बताया गया है कि जन्म कुंडली के दूसरे भाव का संबंध वाणी, धन, बुद्धि और परिवार से होता है।
वैदिक पंचांग की गणना के अनुसार, केतु के इस गोचर के कारण कर्क राशि के जातकों के जीवन में उतार-चढ़ाव आएंगे। जहां कुछ लोगों को बचत करने में परेशानी होगी तो कई जातक अपनी सेहत को लेकर परेशान रहेंगे। मुंह में छाले और दांतों में दर्द होने की प्रबल संभावना है। इसके अलावा परिवार से दूरियां भी बढ़ सकती हैं।
परिवार से अलग होने के पूरे योग हैं। जिन लोगों की शादी हो चुकी है, वो केतु गोचर के दौरान अपने जीवनसाथी की सेहत का ध्यान रखें। यदि आप जानना चाहते हैं कि केतु गोचर के दौरान कर्क राशिवालों को किन-किन बातों पर खास ध्यान देने की जरूरत है तो इसके लिए ऊपर दिए गए वीडियो को पूरा देखें।
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।